हजारीबाग: शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोरोना काल के दौरान ऑक्सीजन सिलेंडर और रेगुलेटर चोरी होने के मामले को लेकर एसआईटी जांच कर रही है. वहीं fir पर उपायुक्त की ओर से राज्य मुख्यालय को भेजे अनुशंसा पत्र पर 17 दिन बाद पहली कार्रवाई हुई है. निदेशक स्वास्थ्य ने 1 जून को निर्गत पत्र के माध्यम से शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज के भंडारपाल को सस्पेंड कर दिया है. निलंबित भंडार पाल शंभू शरण के विरुद्ध आगे की कार्रवाई किए जाने को लेकर आदेश भी निर्गत कर दिया गया है.शंभू शरण का निलंबन मुख्यालय, सिविल सर्जन कार्यालय सिमडेगा बनाया गया है. स्पष्टीकरण नहीं देने को लेकर यह कार्रवाई की गई है.
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बताते चलें कि इसके पहले भी दो वार्ड ब्वॉय को ऑक्सीजन चोरी करने के आरोप में जेल भेजा जा चुका है. हजारीबाग उपायुक्त ने राज्य सरकार को 25 मई को भेजी गई रिपोर्ट में भंडार पाल, लेखा पाल और लेखा प्रबंधक पर ईमानदारी नहीं बरतने का उल्लेख किया गया था.साथ ही कहा गया था कि ऑक्सीजन सिलेंडर एंट्री सही तरीके से नहीं की गई थी.
यह था मामला
इधर हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल से ऑक्सीजन सिलेंडर चोरी मामले को लेकर इन दिनों आरोप-प्रत्यारोप चल रहा है .कुल 183 ऑक्सीजन सिलेंडर चोरी होने की बात प्रारंभिक दौर में आई थी. जिसमें सभी बड़े सिलेंडर अस्पताल से ही जांच के दौरान बरामद कर लिए गए थे. वहीं चार ऑक्सीजन सिलेंडर जो छोटे साइज के थे, वे हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर और मटवारी मैदान के निकट से पाए गए थे. ऐसे में यह आशंका जताी जा रही है कि चोरी किए गए सिलेंडर को फेंका जा रहा है.
ऑक्सीजन चोरी मामले में भंडार पाल निलंबित, डीसी की अनुशंसा पर कार्रवाई - oxygen theft case
शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोरोना काल के दौरान ऑक्सीजन सिलेंडर और रेगुलेटर चोरी होने के मामले को लेकर एसआईटी जांच कर रही है. वहीं fir पर उपायुक्त की ओर से राज्य मुख्यालय को भेजे अनुशंसा पत्र पर 17 दिन बाद पहली कार्रवाई हुई है.
हजारीबाग: शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोरोना काल के दौरान ऑक्सीजन सिलेंडर और रेगुलेटर चोरी होने के मामले को लेकर एसआईटी जांच कर रही है. वहीं fir पर उपायुक्त की ओर से राज्य मुख्यालय को भेजे अनुशंसा पत्र पर 17 दिन बाद पहली कार्रवाई हुई है. निदेशक स्वास्थ्य ने 1 जून को निर्गत पत्र के माध्यम से शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज के भंडारपाल को सस्पेंड कर दिया है. निलंबित भंडार पाल शंभू शरण के विरुद्ध आगे की कार्रवाई किए जाने को लेकर आदेश भी निर्गत कर दिया गया है.शंभू शरण का निलंबन मुख्यालय, सिविल सर्जन कार्यालय सिमडेगा बनाया गया है. स्पष्टीकरण नहीं देने को लेकर यह कार्रवाई की गई है.
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बताते चलें कि इसके पहले भी दो वार्ड ब्वॉय को ऑक्सीजन चोरी करने के आरोप में जेल भेजा जा चुका है. हजारीबाग उपायुक्त ने राज्य सरकार को 25 मई को भेजी गई रिपोर्ट में भंडार पाल, लेखा पाल और लेखा प्रबंधक पर ईमानदारी नहीं बरतने का उल्लेख किया गया था.साथ ही कहा गया था कि ऑक्सीजन सिलेंडर एंट्री सही तरीके से नहीं की गई थी.
यह था मामला
इधर हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल से ऑक्सीजन सिलेंडर चोरी मामले को लेकर इन दिनों आरोप-प्रत्यारोप चल रहा है .कुल 183 ऑक्सीजन सिलेंडर चोरी होने की बात प्रारंभिक दौर में आई थी. जिसमें सभी बड़े सिलेंडर अस्पताल से ही जांच के दौरान बरामद कर लिए गए थे. वहीं चार ऑक्सीजन सिलेंडर जो छोटे साइज के थे, वे हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर और मटवारी मैदान के निकट से पाए गए थे. ऐसे में यह आशंका जताी जा रही है कि चोरी किए गए सिलेंडर को फेंका जा रहा है.