हजारीबागः जिले के कटकमदाग के बेस पंचायत के मंगरदाहा टोला में स्थित है बैलगिरी जलप्रपात. इसका दृश्य अनुपम है. यहां रोम-रोम में है प्रकृति की सुंदरता. इसकी भव्यता ऐसी कि कोई भी खींचा चला जा सकता है. खास बात यह है कि इस प्राकृतिक झरने की उंचाई धरातल से करीब 30 फीट उपर है. जलप्रपात के निचली सतह पर एक सुंदर दह है. इसी दह को मंगरदाहा कहा जाता है.
हजारीबाग जिला मुख्यालय से करीब 15 किमी दूर कटकमदाग प्रखंड अंतर्गत बेस पंचायत के हारम गांव स्थित मंगरदाहा टोला के निकट सरोता सोती पर अवस्थित बैलगिरी झरना का खूबसूरत नजारा किसी को भी रोमांचित कर सकता है. बैलगिरी झरना मोतरा पहाड़ी की बियाबान में हरी- भरी वादियों के बीच से निकलता है. 1990 के दशक में नक्सलियों के खौफ से लोग इस खूबसूरत जगह से अनभिज्ञ थे. अब चहलकदमी बढने लगी है. पूर्व के दिनों में यहां चरने वाले पशुधन के साथ हमेशा हादसा होता रहता था. इसीलिए इस स्थल का नाम बैलगिरी दिया गया है.
वहीं हजारीबाग का नेशनल पार्क भी बेहतरीन पिकनिक स्पॉट के रूप में पूरे राज्य भर में जाना जाता है. जहां प्रकृति की गोद में कुछ समय बीतने पर ताजगी महसूस होती है. यही कारण है कि हजारीबाग ही नहीं दूर-दराज से लोग यहां पहुंचते हैं. दिन भर हरे भरे वातावरण के बीच समय बिताते हैं. नेशनल पार्क हजारीबाग से पटना जाने वाले रोड में लगभग 15 किलोमीटर मुख्यालय से दूर है. नेशनल पार्क के मुख्य गेट से लगभग 10 किलोमीटर अंदर बेहतरीन पिकनिक स्पॉट रजडेरवा है. रास्ते में टाइगर ट्रैप भी देखने को मिलेगा. अंदर जाने पर मोबाइल भी काम नहीं करता है. ऐसे में पिकनिक जाने पर हर वह एक सामान लेकर जाना आवश्यक है जो जरूरत की हो. जरूरत है एक बार हजारीबाग आने की ताकि प्रकृति के गोद में रहकर खुद को तरोताजा कर पाए.
ये भी पढ़ेंः
हजारीबाग का कैनेरी हिल पिकनिक स्पॉट, प्राकृतिक छटा और विहंगम दृश्य
गिरिडीह के खंडोली में 24 घंटे तैनात रहेगी पुलिस, जानिए इसके पीछे क्या है वजह