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जल प्रदूषण को रोकने के लिए बनाए जा रहे कृत्रिम जलाशय, मां दुर्गा की प्रतिमा का किया जाएगा विसर्जन

हजारीबाग में दुर्गा पूजा के अवसर पर कृत्रिम जलाशयों का निर्माण किया जा रहा है. इन जलाशयों में मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जित की जाएगी. जिला प्रशासन इसका ध्यान रखेगा कि ये जलाशय हानिकारक केमिकलों से मुक्त रहे. Artificial reservoirs built in Hazaribagh for Durga Puja

Artificial reservoirs built in Hazaribagh for Durga Puja
nancy sahay
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Oct 20, 2023, 7:37 PM IST

हजारीबाग: शहर के पानी को हानिकारक केमिकलों से बचाने के लिए प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए कृत्रिम जलाशय बनाया जाएगा. नदियों, झीलों और तालाबों को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए कृत्रिम जलाशय बनाए जाएंगे. जिसमें दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा. जबरा रोड स्थित छठ तालाब में कृत्रिम तालाब बनाने की तैयारी चल रही है. हजारीबाग उपायुक्त नैंसी सहाय ने विभिन्न पूजा समितियों से कृत्रिम तालाब में मूर्ति विसर्जन करने की अपील की है ताकि जल को प्रदूषित होने से बचाया जा सके.

यह भी पढ़ें: Navratri 2023: नवरात्रि में इस तरह करें कन्या पूजन, घर में आएगी सुख, समृद्धि और शांति

इसके लिए नगर निगम के पास 24 पानी की टंकियां हैं. इस वाटर टैंक से पानी कृत्रिम जलाशय में भरा जाएगा. हजारीबाग के धोबिया तालाब में भी मूर्ति विसर्जन नहीं करने का आदेश जारी किया गया है. उपायुक्त का कहना है कि एनजीटी के दिशा-निर्देश पर यह प्रयास किया जा रहा है. यह प्रयास पहली बार हजारीबाग में किया गया है. अगर यह प्रयास सफल रहा तो आगे भी ऐसी तैयारी की जा सकती है.

स्वच्छ पूजा पंडाल प्रतियोगिता का आयोजन: स्वच्छ भारत मिशन शहरी के तहत आगामी स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 के मद्देनजर हजारीबाग नगर निगम द्वारा दुर्गा पूजा के अवसर पर स्वच्छ पूजा पंडाल प्रतियोगिता के माध्यम से पूजा पंडालों में स्वच्छता के प्रति लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा. इस प्रयास में आम जनता की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए हजारीबाग नगर निगम ने स्वच्छ पूजा पंडाल प्रतियोगिता आयोजित करने का निर्णय लिया है. प्रतियोगिता का आयोजन जिले के नगर निगम क्षेत्र के सभी पूजा पंडालों या छात्र-छात्राओं के दुर्गा मंदिरों में किया जाएगा. इसकी जानकारी देते हुए नगर आयुक्त प्रेरणा दीक्षित ने बताया कि 20 से 24 अक्टूबर के दौरान पूजा पंडालों की साफ-सफाई का मूल्यांकन नगर निकाय द्वारा गठित टीम और समिति द्वारा मापदंडों के आधार पर किया जायेगा.

160 अंकों की प्रतियोगिता: नगर आयुक्त ने बताया कि 160 अंकों की पूजा पंडाल प्रतियोगिता होगी. जिसके तहत पूजा पंडाल, प्रतिमा निर्माण सामग्री में प्रकृति संरक्षण की झलक पर अधिकतम 10 अंक, पूजा पंडाल में कागज, पत्ता, जुट या किसी बायोडिग्रेडेबल सामग्री से बने सामग्री का उपयोग करने पर अधिकतम 10 अंक, पूजा पंडाल परिसर में पेयजल शरबत पीने के लिए रीयूजेबल ग्लास या कागज का ग्लास उपयोग करने पर अधिकतम 10 अंक सहित कुल 16 मापदंड शामिल हैं. प्रतियोगिता के प्रथम द्वितीय और तृतीय पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा.

हजारीबाग: शहर के पानी को हानिकारक केमिकलों से बचाने के लिए प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए कृत्रिम जलाशय बनाया जाएगा. नदियों, झीलों और तालाबों को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए कृत्रिम जलाशय बनाए जाएंगे. जिसमें दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा. जबरा रोड स्थित छठ तालाब में कृत्रिम तालाब बनाने की तैयारी चल रही है. हजारीबाग उपायुक्त नैंसी सहाय ने विभिन्न पूजा समितियों से कृत्रिम तालाब में मूर्ति विसर्जन करने की अपील की है ताकि जल को प्रदूषित होने से बचाया जा सके.

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इसके लिए नगर निगम के पास 24 पानी की टंकियां हैं. इस वाटर टैंक से पानी कृत्रिम जलाशय में भरा जाएगा. हजारीबाग के धोबिया तालाब में भी मूर्ति विसर्जन नहीं करने का आदेश जारी किया गया है. उपायुक्त का कहना है कि एनजीटी के दिशा-निर्देश पर यह प्रयास किया जा रहा है. यह प्रयास पहली बार हजारीबाग में किया गया है. अगर यह प्रयास सफल रहा तो आगे भी ऐसी तैयारी की जा सकती है.

स्वच्छ पूजा पंडाल प्रतियोगिता का आयोजन: स्वच्छ भारत मिशन शहरी के तहत आगामी स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 के मद्देनजर हजारीबाग नगर निगम द्वारा दुर्गा पूजा के अवसर पर स्वच्छ पूजा पंडाल प्रतियोगिता के माध्यम से पूजा पंडालों में स्वच्छता के प्रति लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा. इस प्रयास में आम जनता की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए हजारीबाग नगर निगम ने स्वच्छ पूजा पंडाल प्रतियोगिता आयोजित करने का निर्णय लिया है. प्रतियोगिता का आयोजन जिले के नगर निगम क्षेत्र के सभी पूजा पंडालों या छात्र-छात्राओं के दुर्गा मंदिरों में किया जाएगा. इसकी जानकारी देते हुए नगर आयुक्त प्रेरणा दीक्षित ने बताया कि 20 से 24 अक्टूबर के दौरान पूजा पंडालों की साफ-सफाई का मूल्यांकन नगर निकाय द्वारा गठित टीम और समिति द्वारा मापदंडों के आधार पर किया जायेगा.

160 अंकों की प्रतियोगिता: नगर आयुक्त ने बताया कि 160 अंकों की पूजा पंडाल प्रतियोगिता होगी. जिसके तहत पूजा पंडाल, प्रतिमा निर्माण सामग्री में प्रकृति संरक्षण की झलक पर अधिकतम 10 अंक, पूजा पंडाल में कागज, पत्ता, जुट या किसी बायोडिग्रेडेबल सामग्री से बने सामग्री का उपयोग करने पर अधिकतम 10 अंक, पूजा पंडाल परिसर में पेयजल शरबत पीने के लिए रीयूजेबल ग्लास या कागज का ग्लास उपयोग करने पर अधिकतम 10 अंक सहित कुल 16 मापदंड शामिल हैं. प्रतियोगिता के प्रथम द्वितीय और तृतीय पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा.

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