हजारीबागः जिले के बड़कागांव के प्रखंड विकास पदाधिकारी राकेश कुमार उसकी पत्नी आरती देवी और विनय महतो के खिलाफ वारंट इश्यू कर दिया गया है, कभी भी इनकी गिरफ्तारी हो सकती है. इसकी जानकारी मामले के अनुसंधानकर्ता ने दी. दरअसल, बड़कागांव के प्रखंड विकास पदाधिकारी उनकी पत्नी पर यह आरोप है कि उन्होंने नाबालिग को घर में नौकरी में रखा और उसके साथ मारपीट की. इतना ही नहीं 200 रुपए की चोरी के आरोप में उसके पूरे बदन को आयरन से जला दिया गया.
बता दें कि बीते 1 अक्टूबर को बड़कागांव प्रखंड के बीडीओ और उनकी पत्नी आरती देवी पर नाबालिग बच्ची ने आरोप लगाया था कि उसके साथ मारपीट की गई है. वहीं, 200 रुपए के आरोप में उसके बदन को आयरन से जला दिया गया. इस मामले को लेकर पुलिसिया अनुसंधान खत्म हो चुकी है. अनुसंधान में सारे आरोप सच पाए गए हैं.
जांचकर्ता ने बताया कि गिरफ्तारी को लेकर भी प्रखंड विकास पदाधिकारी के घर पर भी छापेमारी की गई, लेकिन वे फरार चल रहे हैं. यहां तक कि उनके सरकारी आवास और उनके सगे संबंधी के ठिकानों पर भी छापेमारी की गई है. आरोपी प्रखंड विकास पदाधिकारी राकेश कुमार का अपना आवास रांची के हिनू साकेत नगर में है. वहां भी पुलिस ने दबिश बढ़ाई है लेकिन उनको पकड़ा नहीं जा सका है. मुख्य न्यायाधीश दंडाधिकारी ने वारंट जारी किया है.
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क्या है मामला
वहीं, पीड़िता ने बताया था कि उसे विनय महतो नाम व्यक्ति ने काम पर लगाया था. काम में लगाने के बाद प्रखंड विकास पदाधिकारी की पत्नी उसके मारपीट करती थी. एक दिन उसके ऊपर 200 रुपए चोरी का आरोप लगाया गया. जिसके बाद आयरन से जला दिया गया. इतना ही नहीं जब आरोपी महिला का मन नहीं भरा तो उसने गर्म पानी में उसका हाथ डाल दिया. स्थिति खराब हुई तो घर पर इलाज किया गया. बाद में उसको पैतृक निवास बड़कागांव चौक में जाकर छोड़ दिया. जिसके बाद वह किसी तरह घर पहुंची. बीडीओ ने बात को दबाने के लिए पीड़िता के परिवार को पैसे भी दिए. अनुसंधानकर्ता का बताया कि यह गैर जमानती वारंट है. कभी भी उनकी गिरफ्तारी हो सकती है. सदर थाना वारंट मिलने के बाद गिरफ्तारी के लिए छापामारी अभियान तेज कर दिया है.