हजारीबाग: आदिवासी सरना कोड की मांग को लेकर फिर से आंदोलन की शुरुआत होने जा रही है. हजारीबाग में आदिवासी सेंगेल अभियान के केंद्रीय अध्यक्ष सालखन मुर्मू ने कहा है कि 2021 में जनगणना होने वाला है, ऐसे में सरना धर्म कोड के तहत अगर हमारी जनगणना नहीं होती है, तो हम फिर से उपेक्षित हो जाएंगे, इस कारण से हमें विवश होकर आंदोलन करना पड़ रहा है.
दूसरे चरण के आंदोलन की तैयारी
प्रकृति की पूजा करने वाले आदिवासी समुदाय सरना धर्म कोड की मांग को लेकर आंदोलनरत हैं. आदिवासी सेंगेल अभियान के अध्यक्ष सालखन मुर्मू ने कहा की दूसरे चरण के आंदोलन की तैयारी शुरू कर दी गई है, 30 दिसंबर तक अगर केंद्र सरकार सरना धर्म कोड लागू नहीं करती है तो 31 जनवरी को आंदोलन किया जाएगा, जिसमें रेल और सड़क को जाम किया जाएगा. उन्होंने कहा कि अगर सरकार हमलोगों के प्रति संवेदनशील नहीं हुई तो अनिश्चितकालीन चक्का जाम का भी फैसला लिया जा सकता है. उन्होंने 21 दिसंबर को राजभवन में धरना देने की भी बात कही है. उन्होंने कहा है की विधानसभा में तो विधायकों ने प्रस्ताव को पारित कर दिया, लेकिन अब चुप्पी साधे हुए है, जैसे कि सरना कोड लागू हो गया हो, इसलिए उनके विरोध में भी प्रदर्शन किया जाएगा.