हजारीबाग: राज्यभर के 2 हजार 500 सहायक पुलिसकर्मी सोमवार से अनिश्चितकालीन अवकाश पर चले गए हैं. ये वो पुलिसकर्मी हैं, जो विभिन्न कार्यालय में अपनी सेवा देते हैं. हजारीबाग में लगभग 100 सहायक पुलिसकर्मी हैं, जो ट्रैफिक और कार्यालय कंट्रोल रूम में भी अपनी सेवा दे रहे थे. अनिश्चितकालिन हड़ताल पर जाने के बाद उन्होंने ऐलान किया है कि 10 सितंबर से 12 जिले के सहायक पुलिस कर्मी रांची के लिए पैदल यात्रा निकलेंगें. इस दौरान अपनी मांग को लेकर मुख्यमंत्री भवन और राज भवन का घेराव करेंगे.
अनिश्चितकालीन अवकाश
राज्य भर के 2 हजार 500 सहायक पुलिसकर्मी सोमवार से अनिश्चितकालीन अवकाश पर चले गए हैं. इनमें हजारीबाग के लगभग 100 सहायक पुलिसकर्मी शामिल हैं. 3 साल पहले राज्य के 12 नक्सल प्रभावित जिलों में कुल 2 हजार 500 सहायक पुलिसकर्मियों की नियुक्ति की गई थी, जिसका मानदेय 10 हजार रखा गया था. यह बात कहा गया था कि 3 साल सेवा पूरा होने के बाद झारखंड पुलिस के आरक्षी के पदों पर सीधी नियुक्ति हो जाएगी, लेकिन अब तक नियुक्ति न होने के कारण सहायक पुलिसकर्मी अनिश्चितकालीन अवकाश पर चले गए हैं.
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मुख्यमंत्री आवास का घेराव
पुलिसकर्मियों का कहना है कि झारखंड सरकार की नीतियों के खिलाफ उन लोगों ने ऐसा कदम उठाया है. उनका कहना है कि सरकार के सामने अपनी मांग रखी थी, लेकिन उनकी मांग को अनदेखा किया गया, जिसके तहत 4 और 6 सितंबर को काला बिल्ला लगाकर विरोध प्रदर्शन किया गया था और इस सांकेतिक विरोध पर भी सरकार ने फैसला नहीं लिया. अब 10 सितंबर को वे लोग 12 जिले के सहायक पुलिसकर्मी पदयात्रा करके रांची पहुंचेंगे, जहां राजभवन और मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया जाएगा.