हजारीबाग: कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में जिन लोगों की मौत हो गई है, उनके परिजनों को राहत पहुंचने के लिए केंद्र और राज्य सरकार की ओर से कई योजनाएं चलाई जा रहीं हैं. अब सवाल यह है कि जिन लोगों की कोरोना से मौत हुई है, लेकिन मृत्यु प्रमाण पत्र पर कोविड-19 का जिक्र नहीं है. उन परिवारों को सरकार की योजना का लाभ मिलेगा या नहीं. स्थिति यह है कि हजारीबाग जिले में अब तक 169 मौत कोरोना संदिग्धों की है.
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कोरोना संक्रमण के कारण कई बच्चे अनाथ हो गए हैं. इन अनाथ बच्चों को शिक्षा मुहैया कराई जा सके, इसको लेकर विशेष पैकेज तैयार किया जा रहा है. इस योजना का लाभ उन बच्चों को मिलेगा, जिसके माता-पिता की मौत कोरोना से हुई लेकिन कोरोना से संदिग्ध मौत है उस पर क्या प्रशासन पहल करेगा.
जिला प्रशासन रोजाना जारी करता है सूची
वहीं, जिला प्रशासन रोजाना संक्रमित मरीजों की अपडेट सूची जारी कर रहा है, जिसमें संक्रमण से होने वाली मौत और संदिग्ध मौत की संख्या शामिल होती है. जिन लोगों की मौत संदिग्ध बताई जा रही है, उनके परिजन को सहायता मिलेगा या नहीं. सिविल सर्जन कहते है कि कोरोना संक्रमण से होने वाली मौत की पुष्टि डॉक्टर करते हैं. इसके बाद ही कोविड मौत की श्रेणी में रखते हैं.