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कोरोना से बचाव के लिए जिला प्रशासन का नया प्रयोग, ऑटोमेटिक थर्मल बूथ में होगी जांच

गुमला में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव को लेकर जिला प्रशासन के हेल्पिंग हैंड इनीशिएटिव के तहत नगर भवन में सेफ इकोसिस्टम प्रणाली की शुरुआत का गई. इस प्रणाली के माध्यम से बिना संपर्क में आए स्वास्थ्यकर्मी श्रमिकों के तापमान की जांच कर सकेंगे.

ऑटोमेटिक थर्मल बूथ
ऑटोमेटिक थर्मल बूथ
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Published : May 10, 2020, 3:30 PM IST

Updated : May 10, 2020, 4:25 PM IST

गुमला: लॉकडाउन की अवधि में गुमला जिले में वापस लौटने वाले प्रवासी श्रमिकों की सुरक्षित जांच एवं कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव को लेकर जिला प्रशासन के हेल्पिंग हैंड इनीशिएटिव के तहत नगर भवन में सेफ इकोसिस्टम प्रणाली की शुरुआत का गई. रविवार को ऑटोमेटिक थर्मल बूथ का शुभारंभ किया गया. इस प्रणाली के माध्यम से बिना संपर्क में आए स्वास्थ्यकर्मी श्रमिकों के तापमान की जांच कर सकेंगे.

देखें पूरी खबर

इको सिस्टम में कैसे होगी जांच
बता दें कि सेफ इको सिस्टम एक ऐसी प्रणाली है, जिसमें श्रमिकों की तापमान का जांच बिना संपर्क में आए किया जा सकता है. इस प्रणाली में तापमान की जांच के लिए एक सेंसर अधिष्ठापन किया गया है. जिसके संपर्क में आते ही सेंसर से जुड़ा संकेतक हरा, पीला एवं लाल संकेत तथा तापमान की रीडिंग बताता है तापमान अधिक होने पर लाल संकेतक जल उठता है. इन्हीं संकेतक के आधार पर मजदूरों को होम/इंस्टीट्यूशनल क्वॉरेंटाइन के लिए स्टांपिंग की जाएगी.

विस्तृत जानकारी के लिए पंपलेट का वितरण
इसके साथ ही गुमला जिला प्रशासन ने नगर भवन में मनरेगा हेल्पडेस्क की व्यवस्था की है. जहां श्रमिकों को उनके पंचायत वार मनरेगा के तहत संचालित होने वाली योजनाओं की विस्तृत जानकारी पंपलेट के रूप में प्रदान करेगी. जिससे घर लौटने के बाद मजदूर अपने निकटवर्ती जगहों में काम कर सकेंगे. इसके साथ ही जिला प्रशासन ने इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक के द्वारा हेल्पडेस्क लगाकर श्रमिकों को राशि आहरण करने की सुविधा देगी. जिसके कारण बाहर के प्रदेशों से आ रहे श्रमिकों को अगर एटीएम से पैसे निकालने हो तो उन्हें शहर में इधर-उधर घूमना नहीं पड़ेगा.

ये भी पढ़ें- DSE के निलंबन के बाद FIR की तैयारी, चापानल घोटाला में शामिल सभी पर लटकी तलवार

चलंत एटीएम की सुविधा
जिला प्रशासन ने चलंत एटीएम से पैसे निकाल रहे मजदूरों को सेनिटाइजिंग मशीन से सेनिटाइज कर पैसे उपलब्ध कराएगी. इसके साथ ही कोरोना वायरस महामारी से बचाव के निमित्त कोरोना लीफलेट प्रदान करेगी. जिसमें कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के उपाय, रोकथाम के तरीके, लॉकडाउन और सामाजिक दूरी के नियमों की जानकारी शामिल है.

जांच के बाद भेजे जाएंगे घर

वहीं, उपायुक्त ने बताया की गुमला जिला प्रशासन बाहर से आ रहे मजदूरों कि जांच करने के बाद ही उन्हें अपने गंतव्य स्थान पर भेजा जा रहा, लेकिन कई ऐसे मजदूर हैं जो रेड जोन से भी गुमला पहुंच रहे हैं. इसी को देखते हुए हमने अपने हेल्पिंग हैंड्स के तहत ब्रोकन विंग्स के युवाओं के माध्यम से एक ऑटोमेटिक थर्मल बूथ का शुभारंभ किया है. जिसमें मजदूरों के तापमान को स्कैन किया जाएगा, इस बूथ के माध्यम से स्कैन करने से चिकित्साकर्मियों को कई तरह का लाभ होगा. इसके साथ ही हमने बाहर से आ रहे मजदूरों को चलंत एटीएम की सुविधा दी है. जिससे मजदूरों को यहीं पर पैसे मिल जाएंगे उन्हें कहीं बाहर घूमने की जरूरत नहीं है.

गुमला: लॉकडाउन की अवधि में गुमला जिले में वापस लौटने वाले प्रवासी श्रमिकों की सुरक्षित जांच एवं कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव को लेकर जिला प्रशासन के हेल्पिंग हैंड इनीशिएटिव के तहत नगर भवन में सेफ इकोसिस्टम प्रणाली की शुरुआत का गई. रविवार को ऑटोमेटिक थर्मल बूथ का शुभारंभ किया गया. इस प्रणाली के माध्यम से बिना संपर्क में आए स्वास्थ्यकर्मी श्रमिकों के तापमान की जांच कर सकेंगे.

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इको सिस्टम में कैसे होगी जांच
बता दें कि सेफ इको सिस्टम एक ऐसी प्रणाली है, जिसमें श्रमिकों की तापमान का जांच बिना संपर्क में आए किया जा सकता है. इस प्रणाली में तापमान की जांच के लिए एक सेंसर अधिष्ठापन किया गया है. जिसके संपर्क में आते ही सेंसर से जुड़ा संकेतक हरा, पीला एवं लाल संकेत तथा तापमान की रीडिंग बताता है तापमान अधिक होने पर लाल संकेतक जल उठता है. इन्हीं संकेतक के आधार पर मजदूरों को होम/इंस्टीट्यूशनल क्वॉरेंटाइन के लिए स्टांपिंग की जाएगी.

विस्तृत जानकारी के लिए पंपलेट का वितरण
इसके साथ ही गुमला जिला प्रशासन ने नगर भवन में मनरेगा हेल्पडेस्क की व्यवस्था की है. जहां श्रमिकों को उनके पंचायत वार मनरेगा के तहत संचालित होने वाली योजनाओं की विस्तृत जानकारी पंपलेट के रूप में प्रदान करेगी. जिससे घर लौटने के बाद मजदूर अपने निकटवर्ती जगहों में काम कर सकेंगे. इसके साथ ही जिला प्रशासन ने इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक के द्वारा हेल्पडेस्क लगाकर श्रमिकों को राशि आहरण करने की सुविधा देगी. जिसके कारण बाहर के प्रदेशों से आ रहे श्रमिकों को अगर एटीएम से पैसे निकालने हो तो उन्हें शहर में इधर-उधर घूमना नहीं पड़ेगा.

ये भी पढ़ें- DSE के निलंबन के बाद FIR की तैयारी, चापानल घोटाला में शामिल सभी पर लटकी तलवार

चलंत एटीएम की सुविधा
जिला प्रशासन ने चलंत एटीएम से पैसे निकाल रहे मजदूरों को सेनिटाइजिंग मशीन से सेनिटाइज कर पैसे उपलब्ध कराएगी. इसके साथ ही कोरोना वायरस महामारी से बचाव के निमित्त कोरोना लीफलेट प्रदान करेगी. जिसमें कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के उपाय, रोकथाम के तरीके, लॉकडाउन और सामाजिक दूरी के नियमों की जानकारी शामिल है.

जांच के बाद भेजे जाएंगे घर

वहीं, उपायुक्त ने बताया की गुमला जिला प्रशासन बाहर से आ रहे मजदूरों कि जांच करने के बाद ही उन्हें अपने गंतव्य स्थान पर भेजा जा रहा, लेकिन कई ऐसे मजदूर हैं जो रेड जोन से भी गुमला पहुंच रहे हैं. इसी को देखते हुए हमने अपने हेल्पिंग हैंड्स के तहत ब्रोकन विंग्स के युवाओं के माध्यम से एक ऑटोमेटिक थर्मल बूथ का शुभारंभ किया है. जिसमें मजदूरों के तापमान को स्कैन किया जाएगा, इस बूथ के माध्यम से स्कैन करने से चिकित्साकर्मियों को कई तरह का लाभ होगा. इसके साथ ही हमने बाहर से आ रहे मजदूरों को चलंत एटीएम की सुविधा दी है. जिससे मजदूरों को यहीं पर पैसे मिल जाएंगे उन्हें कहीं बाहर घूमने की जरूरत नहीं है.

Last Updated : May 10, 2020, 4:25 PM IST

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