गुमला: जिला प्रशासन की एक छोटी सी पहल ने प्रदेश स्तर पर मामले को चर्चा का विषय बना दिया है. दरअसल, जिला प्रशासन लॉकडाउन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन कराने के लिए जिला मुख्यालय में कई जगहों पर अस्थाई रूप से सब्जी बाजार लगवा रही है.
थर्मल स्कैनर से जांच
इसी में शामिल है परमवीर अल्बर्ट एक्का स्टेडियम भाग-2 में लगने वाली सब्जी बाजार. इस बाजार को इतने अच्छे तरीके से प्रशासन लगवा रही है कि इसकी चर्चा चारों ओर हो रही है. बाजार में आने वाले क्रेता को लाईन में खड़ा होना पड़ता और हाथों को सबसे पहले सेनीटाइज किया जाता है फिर थर्मल स्कैनर से जांच की जाती है. उसके बाद ही लोग सब्जी खरीदने के लिए अंदर जा सकते हैं. बाजार को सुव्यवस्थित रखने के लिए ड्रोन कैमरे से भी जिला प्रशासन लगातार नजर रख रही है, जहां कहीं भी लोग एकत्रित होते हैं, तुरंत वहां पर सुरक्षाकर्मी पहुंचते हैं और उनके ऊपर कार्रवाई करते हैं.
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प्रशासन की अनोखी पहल
जिला प्रशासन ने सब्जी खरीदने के लिए 15 मिनट के कूपन की व्यवस्था की है, जो किसी और जिलों में नहीं है. यह एक अनोखी पहल है. जिला प्रशासन के इस पहल को गुमलावासी भी दिल खोलकर प्रशंसा कर रहे हैं. जब ईटीवी भारत की टीम ने लोगों से बात की तो उनका कहना है कि जिला प्रशासन कि यह सकारात्मक पहल गुमला वासियों को सुरक्षा के घेरे में ला दिया है, जिसका परिणाम है कि अभी तक गुमला में एक भी कोरोना वायरस के मरीज नहीं मिले हैं.
सब्जी खरीदने के लिए कूपन
लोगों ने बताया कि जिस तरह से प्रशासन की ओर से सब्जी खरीदने के लिए कूपन दिया जा रहा है. इससे लोगों में एक बात समा गई है कि 15 मिनट के अंदर ही सब्जी की खरीदारी करना है. कहीं ना कहीं यह अच्छी बात है लोग 15 मिनट के अंदर ही सब्जी खरीद कर बाहर आ जा रहे हैं, जिससे बाजार में व्यर्थ का भीड़ नहीं लग रहा है. गुमला सब्जी बाजार को सुव्यवस्थित रखने की इस विधि को आज प्रदेश के कई जिलों में चर्चा करते हुए इसका अनुसरण करने की बातें कही जा रही है.
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सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करने में सहूलियत
सब्जी बाजार को सुव्यवस्थित रखने के लिए नजर रख रहे प्रशिक्षु आईएएस मनीष कुमार ने बताया कि शुरुआत में सब्जी बाजार में काफी भीड़ लग रही थी, जिससे लोगों को बचाने के लिए जिला उपायुक्त के निर्देश पर इस तरह की व्यवस्था की गई है. उन्होंने बताया कि सबसे पहले बाजार आने वाले लोगों के हाथों को सेनेटाइज किया जाता है. उसके बाद थर्मल स्कैनिंग की जाती है, ताकि कोई भी बीमार व्यक्ति बाजार के अंदर नहीं घुस सके और गुमला के लोग सुरक्षित रह सके. उनका कहना है कि शुरुआत में थोड़ी बहुत कठिनाई हुई थी, लेकिन जिस तरह से गुमला के लोगों का समर्थन मिल रहा है, उससे सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करने में सहूलियत हो रही है.