गुमला: जिला पुलिस ने सड़क निर्माण कार्य में लगे वाहनों को जलाने वाले उग्रवादी संगठन पीएलएफआई के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर मंगलवार को जेल भेज दिया. इस मामले को लेकर जिला के पुलिस अधीक्षक डॉ एहतेशाम वकारीब ने अपने कार्यालय परिसर में एक संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि बिशुनपुर थाना क्षेत्र के टेमरकरचा जंगल में 10 अप्रैल को सड़क निर्माण कार्य में लगी एक मशीन में आगजनी की गयी थी, ये आगजनी उग्रवादी संगठन पीएलएफआई के द्वारा लेवी वसूलने और क्षेत्र में दहशत फैलाने के उद्देश्य की गई थी. जिसके बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर एसआईटी का गठन कर छानबीन शुरू की गयी. जिसमें एक उग्रवादी को गिरफ्तार कर पहले ही जेल भेज दिया गया था, वहीं फरार चल रहे बाकी अपराधियों की खोजबीन की जा रही थी.
पहले से कई मामले दर्ज: इसी कड़ी में इस कांड में शामिल तीन नक्सलियों को भी गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से दो पर 17 सीएलए के मामले दर्ज हैं. ये लोग पीएलएफआई के नाम पर आतंक फैलाकर ठेकेदार से लेवी लेने का काम करते थे. गिरफ्तार नक्सलियों में विवेक उरांव और सोमनाथ खेरवार लोहरदगा जिले के पेशरार थाना के केरार गांव का निवासी है, जो शातिर अपराधी है. वहीं बसंत महली गुमला जिले के बिशुनपुर थाना क्षेत्र के जमटी गांव का निवासी है.
तीन आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर: एसपी ने बताया कि इस कांड में शामिल एक नक्सली को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. अभी भी इस आगजनी कांड में शामिल दो नामजद और एक संदिग्ध नक्सली पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है, जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा. गिरफ्तार उग्रवादियों के पास से पुलिस ने लोडेड देसी कट्टा, गोली, मजदूर से लूटा हुआ 4 मोबाइल, पीएलएफआई का पर्चा और एक मोटरसाइकिल बरामद किया है.