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आदिवासी और पिछड़े वर्ग को तोहफा, नर्सिंग कौशल कॉलेज का मुख्यमंत्री ने किया उद्घाटन

गुमलावासियों को मुख्यमंत्री रघुवर दास ने एक बड़ा तोहफा दिया है. सदर अस्पताल परिसर में बने नर्सिंग कॉलेज का मंगलवार को मुख्यमंत्री ने विधिवत उद्घाटन किया. नर्सिंग कौशल कॉलेज के शुभारंभ के बाद मुख्यमंत्री रघुवर दास ने प्रशिक्षण केंद्रों का भी निरीक्षण किया. इस कॉलेज में 240 नर्सिंग की छात्राओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा.

आदिवासी और पिछड़े वर्ग को मिला तोहफा
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Published : Sep 3, 2019, 9:09 PM IST

गुमला: सदर अस्पताल परिसर में बने नर्सिंग कॉलेज का मंगलवार को सूबे के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने विधिवत उद्घाटन किया. इसके साथ ही इस कॉलेज में 240 नर्सिंग की छात्राओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा. सदर अस्पताल परिसर में बने इस नर्सिंग कॉलेज के शुरु होने का पिछले कई वर्षों से गुमला की जनता इंतजार कर रही थी.

देखें पूरी खबर

नर्सिंग कौशल कॉलेज के शुभारंभ के बाद मुख्यमंत्री रघुवर दास ने प्रशिक्षण केंद्रों का भी निरीक्षण किया, जहां उन्होंने अधिकारियों से सारी जानकारी ली. पीपीपी मोड पर प्रेझा फाउंडेशन द्वारा संचालित इस नर्सिंग कॉलेज में गुमला जिला के गरीब आदिवासी और पिछड़े वर्ग की छात्राएं प्रशिक्षण लेंगी. यहां प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद छात्राओं को 100% प्लेसमेंट अच्छे अस्पतालों में दी जाएंगी.

इसे भी पढ़ें:- रांची विवि में शिक्षकों के 560 पद रिक्त, 1990-91 के बाद अब तक नहीं हुई है बहाली

जनजातीय क्षेत्र में खोला जाएगा नर्सिंग कौशल कॉलेज
उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि राज्य की सरकार इससे पहले चान्हो और चाईबासा में कॉलेज चला रही है. अब गुमला में भी इसका विधिवत उद्घाटन कर दिया गया. इसके साथ ही इटकी और साहिबगंज सहित अन्य जनजातीय वाले क्षेत्रों में भी नर्सिंग कौशल कॉलेज खोला जाएगा.

मुख्यमंत्री ने कहा कि छात्राओं को कौशल विकास के माध्यम से प्रशिक्षित कर उन्हें अच्छी वेतनमान पर रोजगार मुहैया कराया जा रहा है. उन्होंने कहा इस नर्सिंग कॉलेज से 2 वर्ष के एएनएम या जीएनएम के प्रशिक्षण लेने के बाद किसी बड़े अस्पतालों में नौकरी दिया जाएगा. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने प्रशिक्षण लेने वाली छात्राओं से प्रशिक्षण के साथ-साथ व्यावहारिक होने को भी कहा. उन्होंने कहा कि मरीज के अस्पताल आने पर डॉक्टर्स और नर्स के व्यवहार से ही रोगी का आधा बीमारी कम हो जाता है.

गुमला: सदर अस्पताल परिसर में बने नर्सिंग कॉलेज का मंगलवार को सूबे के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने विधिवत उद्घाटन किया. इसके साथ ही इस कॉलेज में 240 नर्सिंग की छात्राओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा. सदर अस्पताल परिसर में बने इस नर्सिंग कॉलेज के शुरु होने का पिछले कई वर्षों से गुमला की जनता इंतजार कर रही थी.

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नर्सिंग कौशल कॉलेज के शुभारंभ के बाद मुख्यमंत्री रघुवर दास ने प्रशिक्षण केंद्रों का भी निरीक्षण किया, जहां उन्होंने अधिकारियों से सारी जानकारी ली. पीपीपी मोड पर प्रेझा फाउंडेशन द्वारा संचालित इस नर्सिंग कॉलेज में गुमला जिला के गरीब आदिवासी और पिछड़े वर्ग की छात्राएं प्रशिक्षण लेंगी. यहां प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद छात्राओं को 100% प्लेसमेंट अच्छे अस्पतालों में दी जाएंगी.

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जनजातीय क्षेत्र में खोला जाएगा नर्सिंग कौशल कॉलेज
उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि राज्य की सरकार इससे पहले चान्हो और चाईबासा में कॉलेज चला रही है. अब गुमला में भी इसका विधिवत उद्घाटन कर दिया गया. इसके साथ ही इटकी और साहिबगंज सहित अन्य जनजातीय वाले क्षेत्रों में भी नर्सिंग कौशल कॉलेज खोला जाएगा.

मुख्यमंत्री ने कहा कि छात्राओं को कौशल विकास के माध्यम से प्रशिक्षित कर उन्हें अच्छी वेतनमान पर रोजगार मुहैया कराया जा रहा है. उन्होंने कहा इस नर्सिंग कॉलेज से 2 वर्ष के एएनएम या जीएनएम के प्रशिक्षण लेने के बाद किसी बड़े अस्पतालों में नौकरी दिया जाएगा. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने प्रशिक्षण लेने वाली छात्राओं से प्रशिक्षण के साथ-साथ व्यावहारिक होने को भी कहा. उन्होंने कहा कि मरीज के अस्पताल आने पर डॉक्टर्स और नर्स के व्यवहार से ही रोगी का आधा बीमारी कम हो जाता है.

Intro:गुमला : सदर अस्पताल परिसर स्थित बने नर्सिंग कॉलेज का आज सूबे के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने विधिवत उद्घाटन कर दिया है । इसके साथ ही इस कॉलेज में 240 नर्सिंग की छात्राओं को प्रशिक्षण दिया जाने लगेगा। सदर अस्पताल परिसर में बने इस नर्सिंग कॉलेज के शुरू होने का पिछले कई वर्षों से गुमला की गरीब जनता इंतजार कर रही थी ।


Body:नर्सिंग कौशल कॉलेज के शुभारंभ के बाद मुख्यमंत्री ने प्रशिक्षण केंद्रों का निरीक्षण किया और प्रशिक्षण केंद्रों के बारे में जानकारियां प्राप्त की । पीपीपी मोड पर प्रेझा फाउंडेशन के द्वारा संचालित इस नर्सिंग कौशल कॉलेज में गुमला जिला के गरीब आदिवासी और पिछड़े वर्ग की छात्राएं नर्सिंग की प्रशिक्षण लेंगी । यहां प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद छात्राओं को 100% प्लेसमेंट अच्छे अस्पतालों में दी जाएंगी ।


Conclusion:उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की सरकार इससे पहले चान्हो और चाईबासा में कॉलेज चला रही है । आज गुमला में भी इसका विधिवत उद्घाटन किया गया । इसके साथ ही इटकी और साहिबगंज सहित अन्य जनजातिय वाले क्षेत्रों में भी नर्सिंग कौशल कॉलेज खोला जाएगा । मुख्यमंत्री ने कहा कि बालिकाओं को कौशल विकास के माध्यम से प्रशिक्षित कर उन्हें अच्छी वेतनमान पर रोजगार मुहैया कराया जा रहा है इस नर्सिंग कौशल कॉलेज से 2 वर्ष के ए एन एम या जीएनएम के प्रशिक्षण लेने के बाद आपको भी किसी बड़े अस्पतालों में नौकरी दिलाया जाएगा जिससे आपको अच्छी मानदेय प्राप्त होगी । प्रशिक्षण लेने वाली बालिकाओं से उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के साथ साथ व्यवहारिक भी रहें । मरीज के अस्पताल आने पर चिकित्सक अथवा नर्स के व्यवहार से ही रोगी का आधा बीमारी कम हो जाता है ।
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