गुमला: रिटायर्ड जवान रंजीत कुमार बड़ाईक की हत्या कर उसे नदी किनारे दफनाने के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. रंजीत कुमार के दोस्त ने ही उनकी हत्या की थी. पुलिस ने मृतक के दोस्त रमेश उरांव और दयानंद उरांव को गिरफ्तार कर शुक्रवार को जेल भेज दिया. एसपी हरविंदर सिंह ने पूरे मामले की जानकारी दी.
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प्रेस वार्ता में एसपी हरविंदर सिंह ने बताया कि पत्नी के साथ छेड़-छाड़ करने के विरोध में उनके दोस्त रमेश उरांव ने लाठी-कुदाल से पीट-पीटकर रंजीत कुमार बड़ाईक की हत्या कर दी और शव को छुपाने के लिए अपने चचेरे भाई दयानंद उरांव की मदद ली. दोनों ने लौकी जाने वाली सड़क पर मर्दा नदी के पास शव को दफना दिया.
क्या है पूरा मामला: बता दें कि रंजीत को रमेश उरांव ने करमा पर्व बासी मनाने के लिए अपने घर बुलाया था. जब रमेश नशे में था तो रंजीत ने रमेश की पत्नी से छेड़छाड़ शुरू कर दी. जिसका रमेश की पत्नी ने विरोध किया और भाग कर दूसरे घर में सो गयी. अगले दिन रमेश को उसकी पत्नी ने घटना की जानकारी दी. रमेश ने अगले दिन भी रंजीत को बुलाया और नशे की हालत में देखने लगा. जब रंजीत ने रमेश की पत्नी के साथ फिर छेड़छाड़ शुरू की तो रमेश उरांव ने लाठी और कुदाल से हमला कर उसकी हत्या कर दी.
जब रंजीत बड़ाइक घर नहीं लौटा तो उसके भाई हरखमन बड़ाइक ने रायडीह थाने में गुमशुदगी की प्राथमिकी दर्ज करायी थी. नदी किनारे से बाइक बरामद होने के बाद पुलिस ने रमेश की पत्नी पर दबाव बनाया और उसकी सूचना पर रंजीत का शव बरामद किया गया. पुलिस ने घटना स्थल से खून से सनी मिट्टी, सूखी मिट्टी, मुड़ा हुआ बांस का कुदाल, मोबाइल फोन, जली हुई लाठी के अवशेष और बाइक जब्त कर ली है.