गुमला: उग्रवादी संगठन पीएलएफआई ने लंबे अरसे के बाद गुमला में दस्तक दी है. आज संगठन के एक दस्ते ने रायडीह और चैनपुर थाना की सीमा क्षेत्र के हड़िया बाजार के समीप दिन दहाड़े करीब चार बजे सड़क निर्माण कार्य में लगे एक जेसीबी मशीन को आग के हवाले कर दिया. जिसके कारण जेसीबी मशीन पूरी तरह जलकर राख हो गया.
आगजनी की घटना को अंजाम देने के बाद उग्रवादियों ने घटनास्थल पर एक पर्चा छोड़ा है जो उग्रवादी संगठन पीएलएफआई के नाम से है. उग्रवादियों की ओर किए गए इस आगजनी की घटना के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया है. बता दें कि दो साल पहले जम्मू-कश्मीर के उरी में आतंवादियों के हमले में नयमन कुजूर शहीद हुए थे. जिसके बाद राज्य सरकार ने उनके गांव तक जानी वाली सड़क को पक्कीकरण करा रही है और उक्त सड़क को शहीद नयमन कुजूर पथ करने की घोषणा की गई है.
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उनके नाम से बन रहे कुरूमगढ़ से लेकर परसा तक सड़क निर्माण कार्य की लागत करीब 46 करोड़ रुपये है. निर्माण कार्य में लगे जेसीबी मशीन के चालक ने बताया कि वह मिट्टी कटाव का काम कर रहे थे इसी बीच उग्रवादियों की आने की जैसे ही जानकारी मिली वह वहां से भाग गया. उसने बताया कि करीब 10 उग्रवादियों को उसने देखा लेकिन उग्रवादी और भी हो सकते हैं.
वहीं, घटना की जानकारी मिलने के बाद जिले के एएसपी बृजेश मिश्रा पुलिस जवानों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे मामले की तहकीकात की और सर्च अभियान चलाया सर्च अभियान के दौरान पुलिस को एक मोबाइल और कुछ ठंड के कपड़े बरामद किए गए है. एसपी ने बताया कि एक जेसीबी मशीन को आग के हवाले किया गया है. घटनास्थल से एक पर्चा भी बरामद हुआ है. यह घटना किसी आपराधिक संगठनों की ओर दिए जाने का अंदेशा है. फिलहाल पुलिस पूरे इलाके में सर्च अभियान चला रही है.