गुमलाः सुरसांग थाना (Sursang police station) क्षेत्र के बिरकेरा गांव के रहने वाले विकास कुमार साहू की पत्नी सुनीता देवी की मौत ऑक्सीजन के कमी से हो गई. इसके बाद परिजनों ने घंटों गुमला सदर अस्पताल (Gumla Sadar Hospital) परिसर में हंगामा किया. हंगामे के दौरान परिजनों ने कॉल सेंटर के एक कर्मी के साथ हाथापाई के साथ मारपीट की. घटना की सूचना मिलते ही सदर थाने के दारोगा विमल कुमार दलबल के साथ अस्पताल पहुंचे और हंगामा शांत कराया.
सोमवार की सुबह गुमला सदर अस्पताल में भर्ती मरीज सुनीता देवी की स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने रिम्स रेफर कर दिया गया. मरीज को बिना ऑक्सीजन के वार्ड से बाहर निकाला गया, ताकि एंबुलेंस के माध्यम से रिम्स भेजा जा सके. लेकिन, इसी दौरान मरीज की स्थिति बिगड़ी और अस्पताल की लापरवाही के मरीज की मौत हो गई.
बिना ऑक्सीजन वार्ड से निकाला गया बाहर
सुनीता देवी के पति विकास कुमार साहू ने अस्पताल प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि सुनीता को 10-12 दिन पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था. लेकिन, सुनीती की स्थिति में सुधार नहीं हो रहा था. सोमवार की सुबह रिम्स रेफर कर दिया गया. इसके बाद वार्ड से बिना ऑक्सीजन के बाहर निकाला दिया, जिससे उसकी मौत हो गई.
दो दिनों पहले किया गया था रेफर
इस घटना के बाद दर्जनों की संख्या में स्थानीय लोग सदर अस्पताल पहुंचे और मुआवजे की मांग करते हुए हंगामा किए. अस्पताल के चिकित्सक डॉ मिथिलेश कुमार ने बताया कि मरीज पहले से सीरियस थी. उन्होंने कहा कि बेहतर इलाज के लिए दो दिनों पहले ही रिम्स रेफर कर दिया गया था, लेकिन सोमवार की शाम परिजन खूद से मरीज को एंबुलेंस में चढ़ा रहे थे. इस दौरान मरीज को ऑक्सीजन नहीं लगा था, जिससे उसकी मौत हो गई.