गुमला: चैनपुर थाना क्षेत्र के मरवा इलाके में पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए एक लाख के इनामी नक्सली राकेश उरांव उर्फ मनाकी उरांव को हथियार और विस्फोटकों के साथ गिरफ्तार किया है. भाकपा माओवादी सदस्य राकेश उरांव के खिलाफ गुमला के 8 थानों में विभिन्न अपराधों में मामला दर्ज है और पुलिस उसकी कई दिनों से तलाश कर रही थी.
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पुलिस को देखकर भागने लगा राकेश उरांव
गुमला पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि भाकपा माओवादी के एक सक्रिय दस्ता सदस्य मारवा जंगल में छुपा हुआ है. सुरक्षा बलों की क्षेत्र में सक्रियता आवागमन के संबंध में जानकारी इकट्ठा कर रहा है. इस सूचना को लेकर एसपी गुमला की ओर से एक छापामार टीम का गठन किया गया. जिसमें सीआरपीएफ 218 और कोबरा बटालियन की संयुक्त टीम ने चैनपुर के कुरुमगढ़ थाना क्षेत्र के मारवा इलाके में छापेमारी की. इस दौरान एक संदिग्ध मारवा के बारपाठ जंगल की तरफ भागने के क्रम में पकड़ा गया.
सुरक्षाबलों ने जब कड़ाई से पूछताछ कि तो उसने अपना नाम राकेश उर्फ मानकी उरांव उम्र करीब 40 वर्ष (पिता स्वर्गीय बुद्धू उरांव) गांव ऊपर कुल्ही थाना गुमला बताया. उसकी तलाशी लेने के क्रम में उसके पास से एक देसी पिस्टल, एक गोली बरामद की गई.
गिरफ्तार नक्सली के विरुद्ध झारखंड सरकार की ओर से एक लाख का इनाम भी घोषित किया गया है. पूछताछ के क्रम में राकेश उरांव उर्फ मानकी उरांव ने बताया कि 15 जुलाई 2021 को पुलिस और भाकपा माओवादियों के बीच मुठभेड़ में मारे गए रीजनल कमांडर बुद्धेश्वर उरांव के समय पार्टी के साथ वह दस्ता के साथ था और पुलिस के साथ हुए मुठभेड़ में भी वो शामिल था. गिरफ्तार नक्सली की निशानदेही पर मरवा गांव के उत्तर पश्चिम दिशा की जंगल की तरफ नक्सली दस्ता की ओर से छुपाए गए विस्फोटक को छापेमारी दल जमीन के नीचे खोदकर निकाला.
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विस्फोटक बरामद
बरामद विस्फोटक में नॉन इलेक्ट्रॉनिक डेटोनेटर 50 पीस, कालेक्स पाउडर 5 पीस, नियोजेल 5 पीस, स्टार पाइप 5 पीस, स्टार पोल 5 पीस, सस्पेक्टेड वायर डेटोनेटर एक पीस, इलेक्ट्रॉनिक डेटोनेटर विद वायर पांच पीस, सेफ्टी फ्यूज लगभग 20 मीटर के साथ अन्य विस्फोटक सामग्री भी बरामद की गई है. गिरफ्तार किए गए इनामी नक्सली के विरुद्ध गुमला चैनपुर कुरुमगढ़ में 8 मामले दर्ज हैं.
पुलिस से बचने के लिए जंगल में छुपा था नक्सली
एसपी डॉक्टर एहतेशाम वकारीब के मुताबिक कुख्यात नक्सली बुद्धेश्वर के मारे जाने के बाद उसके दस्ते के सभी सदस्य गिरफ्तारी से बचने के लिए इधर-उधर भागते फिर रहे हैं. जबिक पुलिस लगातार नक्सलियों पर दबिश बनाई हुई है. इसी दौरान रविवार को ये सूचना मिली थी राकेश उरांव मरवा जंगल में छिपा हुआ है. इस सूचना के बाद छापेमारी दल का गठन किया गया.