गुमलाः जिला में अनुशासन और सेवा के संकल्प के साथ चैनपुर प्रखंड में एनसीसी द्वारा टीबी उन्मूलन के कार्य में योगदान दिया जा रहा है. जिला यक्ष्मा केंद्र गुमला के द्वारा चैनपुर प्रखंड में टीबी उन्मूलन के लिए व्यापक जागरुकता अभियान चलाई जा रही है.
इस अभियान के तहत समाज के सभी वर्गों के लोगों का सहयोग लिया जा रहा है ताकि क्षेत्र से टीबी जैसी संक्रामक बीमारी को समूल नष्ट किया जा सके. इसके तहत स्कूली बच्चों को भी इस अभियान से जोड़ा जा रहा है, उन्हें भी जागरूक किया जा रहा है. इस कड़ी में विभिन्न प्रतियोगिता का आयोजन के साथ-साथ वैसे स्कूली छात्र जो एनसीसी कैडेट हैं, वो गांव समाज के बीच जाकर जागरुकता कार्यक्रम चला रहे हैं.
टीबी उन्मूलन अभियान के तहत दो हफ्ता से अधिक खांसी वाले रोगियों को निःशुल्क बलगम जांच के लिए प्रेरित किया जा रहा है. जांच के बाद अगर किन्ही को टीबी बीमारी चिन्हित होती है तो सरकारी व्यवस्था में इसका समुचित इलाज एवं दवा निशुल्क है. घर घर जाकर जागरुकता फैला रहे एनसीसी कैडेट्स लोगों को बता रहे हैं कि टीबी बीमारी के मरीजों को पोषाहार योजना के अंतर्गत प्रोत्साहन राशि भी मिलती है. टीबी बीमारी वाले मरीज को दवा खिलाने वाले सहिया या प्रोवाइडर को भी प्रोत्साहन राशि का प्रावधान है. इस अभियान में शामिल एनसीसी कैडेट ने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ अनुशासन एवं सेवा उनका लक्ष्य है और इस दौरान अपने क्षेत्र से टीबी उन्मूलन के दिशा में वे प्रयासरत हैं.
वर्ष 2025 तक भारत को टीबी मुक्त बनाने के प्रधानमंत्री के संकल्प के तहत टीबी हारेगा और देश जीतेगा के नारे के साथ इस दिशा में व्यापक अभियान जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. गणेश राम के नेतृत्व में पूरे जिला में चलाई जा रही है. चैनपुर प्रखंड में व्यापक रूप से जागरुकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है. इस कार्यक्रम की देखरेख एसटीएलएस, एसटीएस एवं टीबी चैंपियन के द्वारा किया जा रहा है ताकि टीवी उन्मूलन की दिशा में शत प्रतिशत लक्ष्य प्राप्ति हो सके.