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नक्सली बंदी के अंतिम दिन गुमला में नक्सलियों का तांडव, नवनिर्मित थाना भवन को बम से उड़ाया - naxalites blew up newly constructed police station

गुमला के कुरुमगढ़ में नक्सलियों का तांडव दिखा. यहां विस्फोट कर नवनिर्मित थाना भवन को बम से उड़ा दिया गया है. सूचना मिलने के बाद पुलिस घटनास्थल की ओर रवाना हो गई है.

Naxalites blew up police station building
थाना भवन को नक्सलियों ने बम से उड़ाया
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Published : Nov 26, 2021, 9:09 AM IST

Updated : Nov 26, 2021, 3:11 PM IST

गुमला: माओवादी (Maoist) पोलित ब्यूरो सदस्य प्रशांत बोस और उनकी पत्नी शीला मरांडी की गिरफ्तारी के विरोध में प्रतिबंधित नक्सली संगठन (Naxalite Organization) भाकपा माओवादी (CPI Maoist) के 3 दिवसीय बंद के अंतिम दिन जिले में नक्सलियों ने कुरुमगढ़ थाना के नवनिर्मित भवन को बम से उड़ा दिया है.

ये भी पढ़ें- एक करोड़ का इनामी नक्सली प्रशांत बोस होटवार जेल शिफ्ट, सरायकेला से रांची लाया गया नक्सली

विस्फोट के बाद छोड़ा पर्चा

नक्सलियों ने थाना भवन को विस्फोट से उड़ाने के बाद घटना स्थल के पास एक पर्चा भी छोड़ा है. जिसमें पोलितब्यूरो सदस्य किशन दा और नारी मुक्ति संघ की नेत्री शीला दी सहित अन्य कामरेडों की गिरफ्तारी का विरोध किया गया है और प्रतिशोध में इस तरह की कार्रवाई की बात कही है.

Naxalites blew up police station building
घटना स्थल के पास नक्सली पर्चा

नक्सलियों का तीन दिनों का बंद

नक्सलियों ने प्रशांत बोस उर्फ किशन दा और उनकी पत्नी शीला मरांडी की गिरफ्तारी के विरोध में झारखंड समेत बिहार, उत्तरी छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश में 23 से 25 नवंबर तक बंद का एलान किया था. बंद के अंतिम दिन नक्सलियों ने इस तरह की घटना को अंजाम देकर प्रशांत बोस को छोड़ने के लिए पुलिस को चेतावनी दी है.

सरायकेला से हुई थी गिरफ्तारी

नक्सलियों के सेकेंड इन कमांड प्रशांत बोस और उनकी पत्नी शीला मरांडी को 12 नवंबर को सरायकेला से गिरफ्तार किया गया था. 70 से ज्यादा नक्सली वारदातों में शामिल प्रशांत माओवादियों के सबसे बुजुर्ग नेता हैं. प्रशांत बोस माओवादियों के ईस्टर्न रीजनल ब्यूरो का सचिव भी हैं. वहीं प्रशांत बोस की पत्नी शीला मरांडी भी माओवादियों की शीर्ष सेंट्रल कमेटी की सदस्य है. वह माओवादियों के फ्रंटल आर्गेनाइजेशन नारी मुक्ति संघ की प्रमुख भी है. दोनों की गिरफ्तारी के बाद विभिन्न जांच एजेंसियां उनसे 150 बार से अधिक पूछताछ कर चुकी है. गिरफ्तारी के बाद सुरक्षा को देखते हुए प्रशांत बोस को सरायकेला से रांची के होटवार जेल में शिफ्ट किया गया है.

गुमला: माओवादी (Maoist) पोलित ब्यूरो सदस्य प्रशांत बोस और उनकी पत्नी शीला मरांडी की गिरफ्तारी के विरोध में प्रतिबंधित नक्सली संगठन (Naxalite Organization) भाकपा माओवादी (CPI Maoist) के 3 दिवसीय बंद के अंतिम दिन जिले में नक्सलियों ने कुरुमगढ़ थाना के नवनिर्मित भवन को बम से उड़ा दिया है.

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विस्फोट के बाद छोड़ा पर्चा

नक्सलियों ने थाना भवन को विस्फोट से उड़ाने के बाद घटना स्थल के पास एक पर्चा भी छोड़ा है. जिसमें पोलितब्यूरो सदस्य किशन दा और नारी मुक्ति संघ की नेत्री शीला दी सहित अन्य कामरेडों की गिरफ्तारी का विरोध किया गया है और प्रतिशोध में इस तरह की कार्रवाई की बात कही है.

Naxalites blew up police station building
घटना स्थल के पास नक्सली पर्चा

नक्सलियों का तीन दिनों का बंद

नक्सलियों ने प्रशांत बोस उर्फ किशन दा और उनकी पत्नी शीला मरांडी की गिरफ्तारी के विरोध में झारखंड समेत बिहार, उत्तरी छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश में 23 से 25 नवंबर तक बंद का एलान किया था. बंद के अंतिम दिन नक्सलियों ने इस तरह की घटना को अंजाम देकर प्रशांत बोस को छोड़ने के लिए पुलिस को चेतावनी दी है.

सरायकेला से हुई थी गिरफ्तारी

नक्सलियों के सेकेंड इन कमांड प्रशांत बोस और उनकी पत्नी शीला मरांडी को 12 नवंबर को सरायकेला से गिरफ्तार किया गया था. 70 से ज्यादा नक्सली वारदातों में शामिल प्रशांत माओवादियों के सबसे बुजुर्ग नेता हैं. प्रशांत बोस माओवादियों के ईस्टर्न रीजनल ब्यूरो का सचिव भी हैं. वहीं प्रशांत बोस की पत्नी शीला मरांडी भी माओवादियों की शीर्ष सेंट्रल कमेटी की सदस्य है. वह माओवादियों के फ्रंटल आर्गेनाइजेशन नारी मुक्ति संघ की प्रमुख भी है. दोनों की गिरफ्तारी के बाद विभिन्न जांच एजेंसियां उनसे 150 बार से अधिक पूछताछ कर चुकी है. गिरफ्तारी के बाद सुरक्षा को देखते हुए प्रशांत बोस को सरायकेला से रांची के होटवार जेल में शिफ्ट किया गया है.

Last Updated : Nov 26, 2021, 3:11 PM IST
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