गुमलाः जिला पुलिस ने हथियार के साथ चार नक्सली समर्थक गिरफ्तार किए हैं. इनके पास से भारी मात्रा में हथियार और नक्सली दस्तावेज मिले हैं. पुलिस ने ये कार्रवाई पूर्व में गिरफ्तार भाकपा माओवादी नक्सली सबजोनल कमांडर निर्मल मिंज की निशानदेही पर हुई है. इस संबंध में डुमरी थाना प्रभारी मनीष कुमार ने बताया कि इसकी जानकारी गुमला में आरक्षी अधीक्षक देर शाम प्रेस वार्ता में देंगे. यहां बता दें कि भाकपा माओवादी नक्सली निर्मल मिंज गुमला और लातेहार जिला के सीमावर्ती क्षेत्र के आतंक का पर्याय के रूप में जाना जाता है.
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लातेहार के गारु थाना में गिरफ्तार भाकपा माओवादी का सदस्य निर्मल मिंज की निशानदेही पर गुमला पुलिस ने डुमरी, पालकोट और गुमला थाना क्षेत्र से चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार अपराधियों की जानकारी देते हुए एसपी डॉ. ऐतहेशाम वकारीब ने बताया कि गारु में गिरफ्तार निर्मल मिंज निशानदेही पर एसपी ने डुमरी थाना प्रभारी के नेतृत्व में छापामार दल का गठन किया. छापामारी दल ने सबसे पहले पालकोट से श्रवण सिंह को एक सिंगल शॉट रायफल के साथ उसके घर से गिरफ्तार किया. श्रवण सिंह से पूछताछ के बाद पुलिस ने टोटो से छोटू खान उर्फ सोहेब खान को गिरफ्तार किया. श्रवण ने बताया कि वो लोग बिहार से हथियार मंगाते और माओवादियों एवं छोटे संगठनों को आपूर्ति करते हैं. श्रवण ने गारु में गिरफ्तार निर्मल मिंज को .315 बोर का दो देसी हथियार सप्लाई करने की बात स्वीकार की है. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने डुमरी थाना क्षेत्र के आलोक बाखला और सुरेंद्र तिक्री को गिरफ्तार किया है. सुरेंद्र तिर्की के पास से पुलिस से .315 बोर का एक देसी हथियार बरामद किया है.
एसपी ने बताया कि श्रवण सिंह का गुमला और पालकोट थाना में आर्म्स एक्ट के तहत दो मामले दर्ज हैं. एसपी के अनुसार गुमला अैर जशपुर जिला में 10 से 12 अपराधियों के साथ निर्मल मिंज अपराधिक गिरोह चलता था. गारु में निर्मल की गिरफ्तारी के बाद गुमला में चार और जशपुर में लगभग नौ अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद निर्मल मिंज अपराधी गिरोह का खात्मा हो गया है. गिरफ्तार चारों अपराधियों को पुलिस ने शनिवार को जेल भेज दिया है.