गुमला: पुलिस ने एसजेजेएम ( झांगुर गुट ) के एक नक्सली को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार नक्सली मुनीफ अंसारी (Naxalite Munif Ansari) लोहरदगा जिला के सेन्हा थाना क्षेत्र के अरु का रहने वाला है निवासी. मुनीफ के कार से पुलिस ने AK-56 के अलावा कई सामान बरामद किया है. लोहरदगा मुख्यपथ पर स्थित घाघरा महदनिया के पास वाहन चेकिंग अभियान (Vehicle Checking Campaign) के दौरान मुनीफ की गिरफ्तार हुई है. वहीं अभियान के दौरान तीन नक्सली भागने में सफल रहे.
इसे भी पढे़ं: ढाई लाख की बुलेट से चलता था शनिवार को मारा गया शनीचर, 84 नक्सल मामले थे दर्ज
पुलिस को गुप्त सुचना मिली थी कि नक्सली रामदेव उड़ाओ अपने तीन अन्य हथियारबंद साथियों के साथ किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए घाघरा आने वाला है, जिसके बाद पुलिस ने घाघरा-लोहरदगा मुख्य पथ पर स्थित घाघरा के महदनिया के पास वाहन चेकिंग अभियान चलाया. इसी दौरान एक कार तेज गति से घाघरा की ओर आते दिखाई दी, जिसे पुलिस ने रोकने का प्रयास किया, लेकिन चालक कार घुमाकर भागने लगा, जिसके बाद पुलिस ने कार को घेर लिया. पुलिस के कार के पास पहुंचने से पहले चार व्यक्ति उतरकर भागने लगा, जिसमें से एक व्यक्ति को पुलिस ने पकड़ लिया, वहीं अंधेरे का फायदा उठाकर तीन लोग भागने में सफल रहा.
गिरफ्तार नक्सली ने बताया अपने सहयोगियों के नाम
गिरफ्तार व्यक्ति से जब कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने अपना नाम मुनीफ अंसारी बताया और वो लोहरदगा के सेन्हा थाना क्षेत्र का अरु गांव का रहने वाला है. इसके साथ ही उसने भागने वाले अपने तीन साथियों का भी नाम बताया, जिसमें रामदेव उरांव, मनोज सिंह, पिता देवकरण सिंह (महदनिया चौक घाघरा) और अरविंद उरांव शामिल है. अरविंद रोपाकोना बिशुनपुर का रहने वाला है.
इसे भी पढे़ं: गुमला में एक लाख का इनामी नक्सली गिरफ्तार, 2013 से था फरार
गिरफ्तार नक्सली के पास से AK-56 बरामद
पुलिस अधीक्षक हृदीप पी जनार्दनन ने बताया कि गिरफ्तार नक्सली की निशानदेही पर कार से एक एके-56 राइफल, जिसके मैगजीन में 7.62mm का 28 गोली भरा हुआ है, एक कार (JH01BS-4740), एक केमोफ्लाईज जैकेट पाऊच, एक मैगजीन, जिसमें 7.62 mm का 28 गोली भरा हुआ है, पाउच पॉकेट से 7.62mm का 74 गोली, एक मोटरसाइकिल सहित कई और सामान बरामद किया गया है. एसपी ने बताया कि हाल के दिनों में गुमला जिले में पुलिस को कई बड़ी सफलता मिली है, जिले के बसिया कामडारा क्षेत्र से नक्सली संगठन पीएलएफआई का खात्मा कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि जिले में सक्रिय नक्सली सरकार के निर्धारित पॉलिसी के तहत सिलेंडर करें तो बेहतर होगा, अन्यथा मुठभेड़ में मारे जाएंगे.