गुमलाः सोमवार को झारखंड के गुमला जिला में आकाशीय बिजली ने अपना कहर बरपाया. यहां वज्रपात से तीन लोगों की मौत हो गई और आधा दर्जन बेजुबान जानवर भी इसके शिकार हुए. वहीं इस हादसे में एक घायल हुआ है. ये घटनाएं जिला के घाघरा और सिसई भरनो जारी प्रखंड में हुई हैं.
इसे भी पढ़ें- Lightning in Khunti: वार्ड पार्षद पर आकाशीय बिजली का कहर, वज्रपात से सोमवारी देवी की मौत
पहली घटना घाघरा प्रखंड के कोहीपाठ पंचायत में हुई है. जहां अचानक हुए वज्रपात में दो नाबालिगों की मौत हो गयी, इनकी पहचान तेतर टोली निवासी दीपक साहू (12 वर्ष) और कोहीपाठ बरवाटोली निवासी सविता कुमारी (14 वर्ष) के रूप में हुई है. जबकि जामटोली निवासी सीमा कुमारी (13 वर्ष) इस हादसे में घायल हुई है. ठनका गिरने के बाद बेहोशी की हालत में स्थानीय लोगों की मदद से सभी को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र घाघरा ले जाया गया. जहां चिकित्सकों ने दीपक और सविता को मृत घोषित कर दिया जबकि सीमा के प्राथमिक उपचार के बाद सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया.
इस घटना को लेकर परिजनों ने बताया कि शाम के समय में हल्की बारिश हो रही थी. इसी बीच तीनों साइकिल चलाने के लिए घर से कुछ दूर गए थे. घर वापसी के क्रम में तीनों एक जगह रूक कर बारिश से बचने लगे तभी वज्रपात हुई और इसकी चपेट में आ गए.
दूसरी घटना घाघरा प्रखंड के डूको पंचायत के चेगरी गांव की है, जहां पर सोमा उरांव (45 वर्ष) की मौत हो गई है. बताया जाता है कि सोमा अपने घर से कुछ दूर पर लगभग आधा किलोमीटर दूर मवेशी चराने के लिए गया था. बारिश के दौरान वे वज्रपात की चपेट में आ गये, जिससे उनकी मौत हो गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल गुमला भेज दिया.
वहीं तीसरा मामला जिला के सिसई भरनो जारी प्रखंड का है. जहां वज्रपात से लगभग आधा दर्जन पशुओं की मौत हो गई. जिसमें सिसई प्रखंड के लरंगों पंचायत स्थित बर्री डिपाटोली निवासी किसान प्रदीप उरांव के 3 मवेशी की मौत हो गई जबकि जारी और भरनो प्रखंड में भी 3 पशुओं की मौत हो गई. वहीं बताया जाता है कि वज्रपात के कारण जिले में घाघरा प्रखंड में पुआल के ढेर में भी आग में जलकर राख हो गई.