गुमलाः जिला के बहुचर्चित नरसंहार की घटना मामले पर विधिक प्राधिकार सेवा गुमला के सचिव आनंदो सिंह ने सोमवार को बुरूहातू आमटोली गांव का दौरा कर किया. यहां उन्होंने नरसंहार की बारिकी से जानकारी ली. ग्रामीणों के साथ बैठक आयोजित कर अंधविश्वास के प्रति लोगों को जागरूक भी किया.
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उन्होंने एक परिवार में हुए पांच लोगों की निर्मम हत्या पर गहरा दुख प्रकट करते हुए कहा कि यहां के ग्रामीण संकल्प लें कि भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृति ना हो. गांव में किसी भी तरह से लोग बीमार होते हैं तो सीधे अस्पताल जाकर चिकित्सक से मिलें और दवा लें. साथ ही मवेशियों के बीमार होने पर पशु चिकित्सक से मिलें. गांव में किसी को भी ओझा-गुनी के चक्कर में नहीं पड़ने की बात कही.
उन्होंने कहा कि समाज को शर्मशार करने वाली घटना गांव में घटी. जिसमें हमलावरों ने एक मासूम तक को भी नहीं छोड़ा. आखिर उस मासूम बच्चे की क्या गलती थी. गांव में किसी तरह की परेशानी होती है तो तुरंत अपने मुखिया को इसकी जानकारी दें, मुखिया की ओर से प्रशासन को सूचना मिलेगी. अंधविश्वास से ऊपर उठकर सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेने की अपील की.
बसिया अनुमंडल के एसडीपीओ विकास आनंद लागूरी ने कहा कि गांव में किसी को डायन कहा तो सीधे जेल जाएंगे. अंधविश्वास पर आस्था रखने वाले अब गांव की बजाए जेल में रहेंगे. पुलिस किसी को भी नहीं छोड़ेगी, मौके पर बीडीओ रविंद्र कुमार गुप्ता ने भी लोगों को जागरूक किया. इससे पूर्व सचिव आनंदो सिंह घटनास्थल पर पहुंचकर घटना की पूरी जानकारी प्राप्त की.
मौके पर शंभू सिंह सदस्य स्थायी लोक अदालत गुमला, बसिया पुलिस निरीक्षक बैजू उरांव, थाना प्रभारी देवप्रताप प्रधान, पुलिस पदाधिकारी भवेश कुमार, विवेकानंद श्रीवास्तव, सरिता पंचायत के पूर्व मुखिया विरेंद्र सुरीन, जियाउल, जोसेफ, पीएलभी अमृता कुमारी, तेतरू उरांव समेत कई अन्य लोग मौजूद रहे.