गुमला: जिला के कस्तूरबा गांधी विद्यालय की एक 16 वर्षीय छात्रा बीती रात सदर अस्पताल में एक बच्ची को जन्म दिया. नाबालिग आठवीं कक्षा की छात्रा है. घटना के बाद महिला थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है, जिसके बाद डीईओ सुनील शेखर, अतिरिक्त जिला पदाधिकारी पीयूष कुमार, प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी सुमित्रा तिर्की और लेखा पदाधिकारी एसएस माधुरी मिंझ 4 सदस्यीय जांच टीम का गठन कर शनिवार को स्कूल पहुंचे.
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दोषी पर होगी कार्रवाई: डीईओ ने कहा है कि मामले की जांच की जा रही है, जांच के बाद दोषी पर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि मां-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं, फिलहाल वे सदर अस्पताल में भर्ती है. दरअसल, कस्तूरबा गांधी की आठवीं कक्षा की एक छात्रा को बीती रात पेट दर्द की शिकायत हुई, जिसके बाद उसे सदर अस्पताल लाया गया. जहां जांचोपरांत गर्भवती होने की बात पता चला. इसके बाद उसे लेबर रूम में ले जाया गया, जहां उसकी नॉर्मल डिलीवरी हुई.
किसी को नहीं थी छात्रा के गर्भवती होने की जानकारी: घटना के संदर्भ में डीईओ सुनील शेखर एवं वार्डन शान्ति देवी ने बताया कि अगस्त महीने में उसका एडमिशन हुआ था. उस समय वह देखने पर स्वस्थ लग रही थी. इस विषय पर किसी को कोई जानकारी नहीं दी गई थी. उन्होंने बताया कि छात्रा खुद को हमेशा शॉल-स्वेटर से ढकी रहती थी, जिस कारण से पता नहीं चल पाया की वह गर्भवती है.
चाचा से प्रेम-प्रसंग का मामला: इसं संबंध में यह भी बताया जा रहा है कि छात्रा का अपने गांव में चाचा के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था. सूचना है कि चाचा पहले से ही शादीशुदा है. इस मामले पर गांव में 16 जुलाई 2022 को एक बैठक भी हुई थी, जिसमें दोनों को बॉन्ड लिखा कर अलग रहने की बात कही गई थी. साथ ही दोबारा पकड़े जाने पर 10,00,000 रुपए जुर्माना वसूलने की बात हुई थी, जिसके बाद कस्तूरबा गांधी विद्यालय में छात्रा का 2 अगस्त को एडमिशन करा दिया गया था.
खड़े हो रहे सवाल: मामले में जांच के बाद आगे की कार्रवाई होगी. हालांकि, स्कूल में छात्रा का गर्भवती अवस्था में अंतिम 6 महीना स्कूल हॉस्टल में रहना और किसी को कुछ भी भनक ना लगना. यहां तक कि छात्रा के दोस्तों या वार्डन को भी इस बारे में पता नहीं चलना और अचानक से डिलीवरी होने के बाद गर्भवती की बात पता चलना संदेह उत्पन्न करता है.