गुमला: उपायुक्त के कार्यालय कक्ष में मंगलवार को साप्ताहिक जनता दरबार लगाया गया. उपायुक्त ने जनता दरबार में आये लोगों की समस्याओं को सुना. जनता दरबार में कोई निजी समस्या को लेकर पहुंचा तो कोई सामूहिक समस्या का निदान कराने के लिए उपायुक्त से गुहार लगाई.
जनता दरबार में ऐसे फरियादी भी पहुंचे थे जो सरकारी शिक्षक हैं और उन्हें वेतन नहीं मिलने के कारण आर्थिक तंगी का सामना करते हुए परिवार चलाना मुश्किल हो रहा है. जनता दरबार में जिले भर के अलग-अलग जगहों से 35 फरियादी पहुंचे थे. जिन्होंने उपायुक्त से अपनी समस्या से अवगत कराते हुए निराकरण करने की गुहार लगाई है.
वेतन नहीं मिलने से अर्थिक तंगी और भुखमरी की स्थिति
जनता दरबार में राजकीयकृत मध्य विद्यालय गढ़टोली गुमला के सहायक शिक्षक सत्यानारायण सिंह की पत्नी सुमित्रा सिंह ने अपने पति को वेतन नहीं मिलने की शिकायत की. उन्होंने बताया कि इस कारण परिवार को अर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है. उपायुक्त को दिए आवेदन में सुमित्रा सिंह ने बताया कि मेरे पति सत्यनारायण सिंह सहायक शिक्षक राजकीयकृत मध्य विद्यालय गढ़टोली गुमला में प्रतिनियुक्त हैं. सुमित्रा सिंह ने बताया है कि पति का पिछले सात महीने से वेतन लंबित है. जिसके कारण मेरे परिवार को गंभीर आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है और भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है.
बच्चों की पढ़ाई-लिखाई बाधित
उन्होंने बताया है कि आर्थिक तंगी के कारण मेरे बच्चों की पढ़ाई-लिखाई भी बाधित हो रही है. सुमित्रा सिंह ने बताया है कि मेरे पति को शुगर और ब्लड प्रेशर की वजह से हार्ट, किडनी और लीवर में गंभीर बीमारी हो गई है, जिसके कारण उन्हें कभी भी कुछ भी होने का डर बना हुआ रहता है. उन्होंने बताया है कि आर्थिक तंगी के कारण उनका सही से इलाज नहीं हो पा रहा है.
उन्होंने उपायुक्त से अपने और अपने पति की बीमारी को ध्यान में रखते हुए अपने पति का विगत सात महीने से वेतन का भुगतान कराने और घर के नजदीक किसी विद्यालय में पति का स्थानांतरण कराने की गुहार लगाई है.
अर्थिक मदद की मांग
एक अन्य मामले में घाघरा प्रखंड के खम्भिया कुम्बाटोली गांव की सोनामती कुमारी ने आर्थिक कमजोरी के कारण पढ़ाई, कंप्यूटर प्रशिक्षण और बीमारी का इलाज और दवाई के खर्च के लिए उपायुक्त से अर्थिक मदद दिलाने की गुहार लगाई है. उपायुक्त को दिए आवेदन में अपनी गरीबी का हवाला देते हुए सोनामती कुमारी ने बताया है कि पिता की मृत्यु और मां के अर्धविक्षिप्त हो जाने के कारण आर्थिक तंगी से जूझना पड़ रहा है. सोनामती कुमारी ने बताया है कि वो भी ब्रेन फ्लोटिंग बीमारी से ग्रसित है. उन्होंने बताया है कि बायीं अंग के तरफ खून का सही से संचार नहीं होने के कारण चलने में असमर्थ है.
बेटे की कर दी गई हत्या, मुआवजे की मांग
तीसरा मामला घाघरा प्रखंड के बेती जुगनुटोली ग्राम निवासी तेम्बा उरांव की है. जिसने अपने बेटे की हुई हत्या का अबतक मुआवजा राशि नहीं मिलने की शिकायत की है. उपायुक्त को दिए आवेदन में तेम्बा उरांव ने बताया है कि विगत छह नवंबर 2019 को छोटे पुत्र नारायण उरांव की मार-पीट कर हत्या कर कुएं में डाल दिया गया था. उन्होंने बताया है कि इस संबंध में घाघरा थाना में प्राथमिकि दर्ज कराई गई है.लेकिन अभी तक किसी प्रकार का सरकारी मुआवजा नहीं मिला. तेम्बा ने उपायुक्त से सरकारी प्रावधान के अनुसार मिलने वाली मुआवजा राशि दिलाने की गुहार लगाई.
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इसके अलावे अन्य 32 फरियादियों ने भी उपायुक्त को अपनी-अपनी समस्या से अवगत कराते हुए समस्या का निष्पादन करने की गुहार लगाई है. उपायुक्त शशि रंजन ने कहा कि प्रशासन ने प्रखंड और पंचायतों में सप्ताह में दो दिन अनिवार्य रूप से जनता दरबार लगाया जा रहा है. इसके अलावा मंगलवार के दिन उपायुक्त के कार्यालय में जनता दरबार लगाया जाता है. जिसमें पूरे जिले भर के लोग समस्याओं को लेकर आते हैं. जिसको लेकर यहां एक मैकेनिज्म बनाया गया है. जिसका फॉलोअप करते हैं और अधिकतर मामलों में ऑन द स्पॉट फरियादियों के समस्या का समाधान किया जाता है.