गुमला: जिले से 18 किलोमीटर दूर हनुमान जी की जन्मस्थली के तौर पर विख्यात आंजन धाम. यहां गुरुवार (6 अप्रैल) को हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी. हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए गए. सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ, सुंदर कांड, कीर्तन भजन आदि किया गया. माता अंजनी व बाल हनुमान को भोग लगाने के बाद विशाल भंडारा का भी आयोजन किया गया.
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झारखंड के अलावा इन जगहों पर जन्मस्थली: हनुमान जी की जन्मस्थली आंजन धाम में झारखंड के अलावा ओडिशा, छत्तीसगढ़, बिहार, बंगाल सहित अन्य राज्यों के लोग पूजा करने आते हैं. यहां भक्त पूरी विधि विधान से पूजा-अर्चना करते हैं. गौरतलब है कि हनुमान जी, माता अंजनी की गोद में बालस्वरूप हनुमान के रूप में विराजमान हैं. मान्यता है कि यहां पर पुराने समय में 365 तालाब, 365 महुआ का पेड़ व 365 शिवलिंग थे. जहां स्नान कर माता अंजनी पूजा करती थी. बजरंगबली की जन्मस्थली में हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर भारी भीड़ उमड़ती है. हनुमान जन्मोत्सव को लेकर महीनों से तैयारी चलती है. इसे सफल बनाने के लोकर पूरी टीम दिन-रात लगी हुई रहती है. इसके सफल आयोजन में आयोजनकर्ता के अलावा आम लोगों का भी योगदान रहता है.
कोरोना काल के बाद शुरू हुआ आयोजन: हनुमान जन्मोत्सव के दौरन यहां का माहौल राममय हो जाता है. क्षेत्र जय श्री राम के नारे से गुज पड़ता है. कुछ ऐसा ही नजारा गुरुवार को आंजन धाम में देखा गया. पुजारी केदार पांडेय ने बताया कि कोरोना काल में सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिये गए थे. इस वर्ष मंदिर विकास समिति व रांची हनुमान ट्रस्ट ने विशेष पूजा हवन की तैयारी की है. अल सुबह से ही भक्त कतारबद्ध होकर पूजा कर रहे हैं.