ETV Bharat / state

निर्भयाकांड के चारों आरोपियों के खिलाफ डेथ वारंट जारी, गुमला की महिलाओं ने जताई खुशी

निर्भयाकांड में चारों आरोपियों के खिलाफ डेथ वारंट जारी होने के बाद गुमला कि महिलाओं में भी खुशी देखी जा रही है. महिलाओं और छात्राओं ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि ऐसे कृत्य करने वाले दरिंदों को फांसी की सजा ही होनी चाहिए थी.

gumla women reaction
निर्भयाकांड पर महिलाओं की प्रतिक्रिया
author img

By

Published : Jan 7, 2020, 7:15 PM IST

गुमला: सात साल पहले दिल्ली में निर्भयाकांड हुआ था, जिसमें चार आरोपियों को नामजद अभियुक्त बनाया गया था. लंबी कानूनी प्रक्रिया के बाद मंगलवार को चारों आरोपियों के खिलाफ दिल्ली पटियाला कोर्ट ने डेथ वारंट जारी कर दिया है. 22 जनवरी की सुबह 7 बजे चारों को फांसी के फंदे पर लटकाया जाएगा.

निर्भयाकांड पर महिलाओं की प्रतिक्रिया

शायद यह पहला मौका होगा देश में जब चार लोगों को एक साथ किसी मामले पर फांसी के फंदे पर लटका कर मौत की सजा दी जाएगी. लंबी कानूनी प्रक्रिया के बाद मंगलवार को जब फैसला आया तो देश का हर नागरिक इसको लेकर खुशी जता रहा है. हर वर्ग के लोगों का मानना था कि ऐसे दरिंदों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए ताकि फिर किसी और बहन-बेटी की इज्जत के साथ कोई खिलवाड़ करने का कृत्य न कर सके.

निर्भयाकांड में चारों आरोपियों के खिलाफ डेथ वारंट जारी होने के बाद गुमला कि महिलाओं में भी खुशी देखी जा रही है. महिलाओं और छात्राओं ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि ऐसे कृत्य करने वाले दरिंदों को फांसी की सजा ही होनी चाहिए थी. आज भले देर हुई, लेकिन कानून ने अपना फैसला सुना दिया है और चारों को जिस तरह से 22 जनवरी को फांसी के फंदे पर लटकाया जाएगा वह बहुत ही अच्छी बात है.

ये भी पढे़ं: बहु ने ससुर पर लगाया यौन शोषण का आरोप, पीड़िता ने लगाई न्याय की गुहार

वहीं, छात्राओं ने कहा कि इस तरह के फैसले आने से हम खुद को काफी सुरक्षित महसूस कर रहे हैं. हम छात्राएं अपने घरों से दूर पढ़ाई करने के लिए शहर में रहते हैं. हमारे साथ हमारे गार्जियन नहीं होते हैं. ऐसे में कई प्रकार का भय बना रहता है और जिस तरह से 7 साल पहले दिल्ली की घटना हुई थी, उससे हम खुद को हमेशा असुरक्षित महसूस करते थे, लेकिन आज जिस तरह से कोर्ट ने फैसला दिया है चारों को फांसी की सजा मुकर्रर कर दी है और उसका तारीख तय कर दिया है. ऐसे में हम आज बेहद खुश हैं.

गुमला: सात साल पहले दिल्ली में निर्भयाकांड हुआ था, जिसमें चार आरोपियों को नामजद अभियुक्त बनाया गया था. लंबी कानूनी प्रक्रिया के बाद मंगलवार को चारों आरोपियों के खिलाफ दिल्ली पटियाला कोर्ट ने डेथ वारंट जारी कर दिया है. 22 जनवरी की सुबह 7 बजे चारों को फांसी के फंदे पर लटकाया जाएगा.

निर्भयाकांड पर महिलाओं की प्रतिक्रिया

शायद यह पहला मौका होगा देश में जब चार लोगों को एक साथ किसी मामले पर फांसी के फंदे पर लटका कर मौत की सजा दी जाएगी. लंबी कानूनी प्रक्रिया के बाद मंगलवार को जब फैसला आया तो देश का हर नागरिक इसको लेकर खुशी जता रहा है. हर वर्ग के लोगों का मानना था कि ऐसे दरिंदों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए ताकि फिर किसी और बहन-बेटी की इज्जत के साथ कोई खिलवाड़ करने का कृत्य न कर सके.

निर्भयाकांड में चारों आरोपियों के खिलाफ डेथ वारंट जारी होने के बाद गुमला कि महिलाओं में भी खुशी देखी जा रही है. महिलाओं और छात्राओं ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि ऐसे कृत्य करने वाले दरिंदों को फांसी की सजा ही होनी चाहिए थी. आज भले देर हुई, लेकिन कानून ने अपना फैसला सुना दिया है और चारों को जिस तरह से 22 जनवरी को फांसी के फंदे पर लटकाया जाएगा वह बहुत ही अच्छी बात है.

ये भी पढे़ं: बहु ने ससुर पर लगाया यौन शोषण का आरोप, पीड़िता ने लगाई न्याय की गुहार

वहीं, छात्राओं ने कहा कि इस तरह के फैसले आने से हम खुद को काफी सुरक्षित महसूस कर रहे हैं. हम छात्राएं अपने घरों से दूर पढ़ाई करने के लिए शहर में रहते हैं. हमारे साथ हमारे गार्जियन नहीं होते हैं. ऐसे में कई प्रकार का भय बना रहता है और जिस तरह से 7 साल पहले दिल्ली की घटना हुई थी, उससे हम खुद को हमेशा असुरक्षित महसूस करते थे, लेकिन आज जिस तरह से कोर्ट ने फैसला दिया है चारों को फांसी की सजा मुकर्रर कर दी है और उसका तारीख तय कर दिया है. ऐसे में हम आज बेहद खुश हैं.

Intro:गुमला : सात साल पूर्व दिल्ली में निर्भया कांड हुआ था । जिसमें चार आरोपियों को नामजद अभियुक्त बनाया गया था । लंबी कानूनी प्रक्रिया के बाद आज चारों आरोपियों के खिलाफ दिल्ली पटियाला कोर्ट ने डेथ वारंट जारी कर दिया है और आगामी 22 जनवरी को सुबह 7:00 बजे चारों को फांसी के फंदे पर लटकाया जाएगा । शायद यह पहला मौका होगा देश में जब चार लोगों को एक साथ किसी मामले पर फांसी के फंदे पर लटका कर मौत की सजा दी जाएगी ।Body:लंबी कानूनी प्रक्रिया के बाद आज जब फैसला आया तो देश के हर नागरिक इसको लेकर खुशी जता रहे हैं । हर वर्गों में खुशी है कि ऐसे दरिंदों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए थी ताकि फिर किसी और बहन बेटी की इज्जत के साथ कोई खिलवाड़ करने का कृत्य न कर सके।Conclusion:निर्भया कांड में चारों आरोपियों के खिलाफ डेथ वारंट जारी होने के बाद गुमला कि महिलाओं में भी खुशी देखी जा रही है । महिलाओं और छात्राओं ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि ऐसे कृत्य करने वाले दरिंदों को फांसी की सजा ही होनी चाहिए थी ।।आज भले देर हुई लेकिन कानून ने अपना फैसला सुना दिया है और चारों को जिस तरह से आगामी 22 जनवरी को फांसी के फंदे पर लटकाया जाएगा वह बहुत ही अच्छी बात है । वहीं छात्राओं ने कहा कि ऐसे फैसले आने से हम खुद को काफी सुरक्षित महसूस कर रहे हैं ।हम छात्राएं अपने घरों से दूर पढ़ाई करने के लिए शहर में रहते हैं ,हमारे साथ हमारे गार्जियन नहीं होते हैं ऐसे में कई प्रकार का भय बना रहता है । और जिस तरह से 7 साल पहले दिल्ली की घटना हुई थी उससे हम खुद को हमेशा असुरक्षित महसूस करते थे । लेकिन आज जिस तरह से कोर्ट ने फैसला दिया है चारों को फांसी की सजा मुकर्रर कर दी है और उसका तारीख तय कर दिया है ऐसे में हम आज बेहद खुश हैं । और हम खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं ।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.