गुमलाः पीएम के मन की बात कार्यक्रम की 100वीं कड़ी में गुमला के नवरतन गढ़ की चर्चा होगी. इस कार्यक्रम की रिकॉर्डिंग होगी और रविवार को इसका प्रसारण किया जाएगा. शनिवार को नवरतन गढ़ परिसर में संस्कृति कार्यक्रम का आयोजन किया गया है.
गुमला के महत्वपूर्ण ऐतिहासिक नवरतन गढ़ की चर्चा इस रविवार को मन की बात कार्यक्रम की 100वीं कड़ी के प्रसारण के दौरान देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. नवरत्न गढ़ जिले के सिसई प्रखंड में स्थित है. नवरतन गढ़ किला का निर्माण 16 से 17वीं शताब्दी के बीच की अवधि में हुआ था. नवरतन गढ़ किला नागवंशीय राजाओं की राजधानी हुआ करती थी. साल 2019 में संरक्षित स्मारक के रूप में अधिसूचित किया गया. झारखंड में ऐसे 13 स्मारक स्थल है लेकिन उनमें से सिर्फ गुमला के नवरतन गढ़ किला को ही आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया द्वारा अधिसूचित किया जाना और पीएम के मन की बात कार्यक्रम में इसको जगह मिलना जिला के लोगों के लिए गर्व और किसी सम्मान से कम नहीं है.
अंतिम चरण में तैयारीः गुमला उपायुक्त के निर्देश में कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे और आयोजन से जुड़े पदाधिकारियों और तकनीकी कर्मियों की टीम को जिला प्रशासन की पूरी टीम उनकी मदद के लिए जुटी है. इस मौके पर मौजूद राजेंद्र डेहरी, अधीक्षण पुरातत्वविद, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण रांची द्वारा बताया गया कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा केंद्रीय संरक्षित स्मारक राजमहल एवं मंदिर परिसर नवरतन गढ़ सिसई गुमला में शाम 6-8 बजे मुख्य कार्यक्रम का आयोजन होना है. रविवार को मन की बात कार्यक्रम की 100वीं कड़ी के प्रसारण के शनिवार 29 शाम नई दिल्ली की तकनीकी टीम द्वारा लाइट एंड साउंड शो किया जाएगा. इसके साथ ही मन की बात कार्यक्रम से संबंधित कई आकर्षक यादों को इसमें समाहित किया जाएगा.
गुमलावासियों में उत्साहः झारखंड के नागवंशियों की धरोहर नवरतन गढ़ को संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार ने प्रमुख स्थानों में से चयनित किया है. ये झारखंड प्रदेश और गुमला जिला के लिए गर्व की बात है. शनिवार शाम नवरतन गढ़ परिसर में आकर्षक साज सज्जा और सांस्कृतिक कार्यक्रम को लेकर क्षेत्र की जनता में काफी उत्साह है. शाम को भारी संख्या में यहां पर लोगों के पहुंचने के आसार हैं.
बनाया गया है सेल्फी प्वाइंटः नवरतन गढ़ परिसर पर एक रेडियो की प्रतिकृति के साथ खूबसूरत सेल्फी प्वाइंट बनाया गया है. जहां बड़ी संख्या में सेल्फी लेते युवाओं की भीड़ देखी जाने की संभावना है. वहीं आम लोग भी इस संस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन में शामिल हो पाएंगे. इसकी तैयारी को लेकर निरीक्षण के लिए पहुंचे अधिकारियों में राजेंद्र डेहरी, अधीक्षण पुराविद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण रांची मंडल, नीरज कुमार मिश्रा सहायक अधीक्षण पुरातत्वविद, राजीव रंजन एसडीई, बीएसएनएल, एपीआरओ एलिना दास, दिवाकर साहू समेत कई लोग मौजूद रहे.