ETV Bharat / state

SPECIAL: सफाईकर्मियों पर मंडरा रहा कातिल कोरोना का काला साया - सफाईकर्मियों पर कोरोना का डर

कोरोना महामारी के बीच सफाईकर्मी अपनी जान जोखिम में डालकर दिन-रात सफाई कार्य में लगे हुए हैं. बता दें कि गुमला जिले में दो भागों में बांटकर काम कराया जा रहा है, पर इनकी सुरक्षा का ख्याल नहीं रखा जा रहा.

Gumla Municipal Council, security of sweepers, Gumla Municipal Corporation, fear of corona on sweepers, jharkhand lockdown, गुमला नगर परिषद, सफाईकर्मियों की सुरक्षा, गुमला नगर निगम, सफाईकर्मियों पर कोरोना का डर
डिजाइन इमेज
author img

By

Published : May 6, 2020, 3:51 PM IST

गुमला: नगर परिषद में कार्यरत सफाईकर्मियों की जान जोखिम में है. कोरोना महामारी के बीच यहां के सफाईकर्मी अपनी जान जोखिम में डालकर सफाई कार्य में लगे हुए हैं. वैसे तो विभाग की ओर से मास्क, हैंड ग्लब्स और कुछ सेनेटाइजर दिया गया था, मगर वह भी आधे सफाई कर्मचारियों को. जबकि, कोरोना वायरस जैसे महामारी को देखते हुए सभी सफाईकर्मियों और उनके परिवार की जिंदगी को देखते हुए विभाग को बेहतर किस्म के मास्क, हैंड ग्लब्स, जूता, सुरक्षात्मक पोशाक देनी चाहिए थी. मगर सिर्फ कुछ मास्क, सेनेटाइजर और हैंड ग्लब्स देकर विभाग ने महज खानापूर्ति कर इन कर्मचारियों को भगवान भरोसे छोड़ दिया है.

देखें पूरी खबर
सुरक्षित नहीं हैं सफाईकर्मीसड़कों पर सफाई कर रहे सफाईकर्मी को यह नहीं पता है कि रास्तों में फेंके गए कौन से कूड़े-कचरे में कोरोना वायरस हो सकता है. इससे अनजान सफाईकर्मी कूड़े कचरे को झाड़ू लगाते हैं और फिर उसे ट्रैक्टर पर लोड करते हैं. इस दौरान न तो उनके हाथों में ग्लब्स होती है और न ही पैरों में जूते. यहां तक की जिस मास्क का वह इस्तेमाल कर रहे हैं वह बेहतर किस्म का नहीं है. यही नहीं जो पोशाक वह पहन रहे हैं वह भी सुरक्षा की दृष्टिकोण से ठीक नहीं है. मगर फिर भी सफाईकर्मी कोरोना वॉरियर्स के तौर पर दिन रात काम करने में लगे हैं.
Gumla Municipal Council, security of sweepers, Gumla Municipal Corporation, fear of corona on sweepers, jharkhand lockdown, गुमला नगर परिषद, सफाईकर्मियों की सुरक्षा, गुमला नगर निगम, सफाईकर्मियों पर कोरोना का डर
सड़कों की सफाई करते सफाईकर्मी

ये भी पढ़ें- लॉकडाउन में डायल 100 ने किया बेहतरीन काम, DGP एमवी राव ने ट्वीट कर मांगे सुझाव

विकट परिस्थिति में दिन-रात काम

सफाईकर्मी बताते हैं कि विभाग की ओर से कुछ लोगों को एक-एक मास्क और हैंड ग्लब्स के साथ सेनेटाइजर दिया गया था. मगर सेनेटाइजर खत्म हो गया है और हैंड ग्लब्स फट गए हैं. सफाईकर्मियों का कहना है कि जिस विकट परिस्थिति में वह काम कर रहे हैं तो ऐसे में उन्हें इंश्योरेंस का लाभ दिया जाए. साथ ही सुरक्षा की दृष्टिकोण से बेहतर किस्म के मास्क, ग्लब्स, जूते और पोशाक दिए जाएं ताकि वे सहजता से काम कर सकें.

Gumla Municipal Council, security of sweepers, Gumla Municipal Corporation, fear of corona on sweepers, jharkhand lockdown, गुमला नगर परिषद, सफाईकर्मियों की सुरक्षा, गुमला नगर निगम, सफाईकर्मियों पर कोरोना का डर
कचरा उठाते सफाईकर्मी

ये भी पढ़ें- SPECIAL: लॉकडाउन की मार, बर्बादी की कगार पर एक लाख छोटे व्यापारी

दो भागों में बांटकर सफाई का काम
बता दें कि गुमला नगर परिषद में कुल 22 वार्ड हैं. इस नगर परिषद कार्यालय में कुल सफाईकर्मियों की संख्या 79 है. इस संबंध में गुमला नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी हातिम ताई ने बताया कि नगर परिषद के सभी वार्डों में सफाई, फॉगिंग, पूरे शहर में ब्लीचिंग का छिड़काव के साथ सेनेटाइजेशन को ध्यान में रखते हुए काम किया जा रहा है. इस कार्य में 2 सुपरवाइजर लगातार लगे हुए हैं. सड़क पर लगातार सफाई कराई जा रही है. सफाईकर्मियों को दो भागों में बांटकर सफाई के कार्य कराए जा रहे हैं.

Gumla Municipal Council, security of sweepers, Gumla Municipal Corporation, fear of corona on sweepers, jharkhand lockdown, गुमला नगर परिषद, सफाईकर्मियों की सुरक्षा, गुमला नगर निगम, सफाईकर्मियों पर कोरोना का डर
गुमला नगर परिषद

ये भी पढ़ें- SPECIAL: कातिल कोरोना ने कुलियों का जीना किया मुहाल

50 लाख रुपए का इंश्योरेंस

कार्यपालक पदाधिकारी हातिम ताई ने बताया कि सोशल डिस्टेंसिंग के तहत अभी सब्जी बाजार, दाल भात केंद्रों में पेयजल की सुविधा दी जा रही है. उन्होंने कहा कि सफाईकर्मियों के लिए जूते और सुरक्षात्मक पोशाक देने की व्यवस्था की जा रही है, बहुत जल्द उन्हें यह सुविधा दे दी जाएगी. इसके साथ ही कोविड-19 को देखते हुए हर सुरक्षाकर्मी को 50 लाख रुपए का इंश्योरेंस कराया जा रहा है.

गुमला: नगर परिषद में कार्यरत सफाईकर्मियों की जान जोखिम में है. कोरोना महामारी के बीच यहां के सफाईकर्मी अपनी जान जोखिम में डालकर सफाई कार्य में लगे हुए हैं. वैसे तो विभाग की ओर से मास्क, हैंड ग्लब्स और कुछ सेनेटाइजर दिया गया था, मगर वह भी आधे सफाई कर्मचारियों को. जबकि, कोरोना वायरस जैसे महामारी को देखते हुए सभी सफाईकर्मियों और उनके परिवार की जिंदगी को देखते हुए विभाग को बेहतर किस्म के मास्क, हैंड ग्लब्स, जूता, सुरक्षात्मक पोशाक देनी चाहिए थी. मगर सिर्फ कुछ मास्क, सेनेटाइजर और हैंड ग्लब्स देकर विभाग ने महज खानापूर्ति कर इन कर्मचारियों को भगवान भरोसे छोड़ दिया है.

देखें पूरी खबर
सुरक्षित नहीं हैं सफाईकर्मीसड़कों पर सफाई कर रहे सफाईकर्मी को यह नहीं पता है कि रास्तों में फेंके गए कौन से कूड़े-कचरे में कोरोना वायरस हो सकता है. इससे अनजान सफाईकर्मी कूड़े कचरे को झाड़ू लगाते हैं और फिर उसे ट्रैक्टर पर लोड करते हैं. इस दौरान न तो उनके हाथों में ग्लब्स होती है और न ही पैरों में जूते. यहां तक की जिस मास्क का वह इस्तेमाल कर रहे हैं वह बेहतर किस्म का नहीं है. यही नहीं जो पोशाक वह पहन रहे हैं वह भी सुरक्षा की दृष्टिकोण से ठीक नहीं है. मगर फिर भी सफाईकर्मी कोरोना वॉरियर्स के तौर पर दिन रात काम करने में लगे हैं.
Gumla Municipal Council, security of sweepers, Gumla Municipal Corporation, fear of corona on sweepers, jharkhand lockdown, गुमला नगर परिषद, सफाईकर्मियों की सुरक्षा, गुमला नगर निगम, सफाईकर्मियों पर कोरोना का डर
सड़कों की सफाई करते सफाईकर्मी

ये भी पढ़ें- लॉकडाउन में डायल 100 ने किया बेहतरीन काम, DGP एमवी राव ने ट्वीट कर मांगे सुझाव

विकट परिस्थिति में दिन-रात काम

सफाईकर्मी बताते हैं कि विभाग की ओर से कुछ लोगों को एक-एक मास्क और हैंड ग्लब्स के साथ सेनेटाइजर दिया गया था. मगर सेनेटाइजर खत्म हो गया है और हैंड ग्लब्स फट गए हैं. सफाईकर्मियों का कहना है कि जिस विकट परिस्थिति में वह काम कर रहे हैं तो ऐसे में उन्हें इंश्योरेंस का लाभ दिया जाए. साथ ही सुरक्षा की दृष्टिकोण से बेहतर किस्म के मास्क, ग्लब्स, जूते और पोशाक दिए जाएं ताकि वे सहजता से काम कर सकें.

Gumla Municipal Council, security of sweepers, Gumla Municipal Corporation, fear of corona on sweepers, jharkhand lockdown, गुमला नगर परिषद, सफाईकर्मियों की सुरक्षा, गुमला नगर निगम, सफाईकर्मियों पर कोरोना का डर
कचरा उठाते सफाईकर्मी

ये भी पढ़ें- SPECIAL: लॉकडाउन की मार, बर्बादी की कगार पर एक लाख छोटे व्यापारी

दो भागों में बांटकर सफाई का काम
बता दें कि गुमला नगर परिषद में कुल 22 वार्ड हैं. इस नगर परिषद कार्यालय में कुल सफाईकर्मियों की संख्या 79 है. इस संबंध में गुमला नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी हातिम ताई ने बताया कि नगर परिषद के सभी वार्डों में सफाई, फॉगिंग, पूरे शहर में ब्लीचिंग का छिड़काव के साथ सेनेटाइजेशन को ध्यान में रखते हुए काम किया जा रहा है. इस कार्य में 2 सुपरवाइजर लगातार लगे हुए हैं. सड़क पर लगातार सफाई कराई जा रही है. सफाईकर्मियों को दो भागों में बांटकर सफाई के कार्य कराए जा रहे हैं.

Gumla Municipal Council, security of sweepers, Gumla Municipal Corporation, fear of corona on sweepers, jharkhand lockdown, गुमला नगर परिषद, सफाईकर्मियों की सुरक्षा, गुमला नगर निगम, सफाईकर्मियों पर कोरोना का डर
गुमला नगर परिषद

ये भी पढ़ें- SPECIAL: कातिल कोरोना ने कुलियों का जीना किया मुहाल

50 लाख रुपए का इंश्योरेंस

कार्यपालक पदाधिकारी हातिम ताई ने बताया कि सोशल डिस्टेंसिंग के तहत अभी सब्जी बाजार, दाल भात केंद्रों में पेयजल की सुविधा दी जा रही है. उन्होंने कहा कि सफाईकर्मियों के लिए जूते और सुरक्षात्मक पोशाक देने की व्यवस्था की जा रही है, बहुत जल्द उन्हें यह सुविधा दे दी जाएगी. इसके साथ ही कोविड-19 को देखते हुए हर सुरक्षाकर्मी को 50 लाख रुपए का इंश्योरेंस कराया जा रहा है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.