गुमलाः तीन महीने पहले दिल्ली से रेस्क्यू कर लाई गई एक युवती ने खुदकुशी कर ली. खुदकुशी के कारण का खुलासा नहीं हो सका है. हालांकि लोगों का कहना था कि यहां लाए जाने के कुछ दिन बाद से ही वह दिमागी रूप से अस्वस्थ हो गई थी.
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गुमला जिला के पालकोट थाना क्षेत्र के एक गांव की युवती ने अपने ही घर में आत्महत्या कर ली. परिजनों की गुहार पर उसे तीन माह पहले दिल्ली से रेस्क्यू कर लाया गया था. काफी प्रयास के बाद उसे दिल्ली से मुक्त कराया गया था. ग्रामीणों का कहना है कि दिल्ली से मुक्त कराकर लाने के कुछ दिन के बाद ही उसकी दिमागी हालत ठीक नहीं लग रही थी. इधर युवती की आत्महत्या की सूचना पर पालकोट थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल गुमला भेजा. बाद में परिजनों को शव सौंप दिया गया. घटना के संबंध में मृतका के दादा और दादी ने बताया कि वह रात को लगभग 8:00 बजे खाना खाकर अपने कमरे में सोने चली गई थी, सुबह उठने पर देखा कि उसने खुदकुशी कर ली है. जिसके बाद ग्रामीणों को सूचना दी.
मौत पर उठे सवाल
यहां बताते चलें कि मृतका 15 माह दिल्ली में थी. परिवार के लोगों ने गुमला सीडब्ल्यूसी के कार्यालय में आवेदन देकर उसे दिल्ली से गुमला लाने की मांग की थी. इसके बाद पालकोट पुलिस 3 महीने पूर्व दिल्ली से मुक्त कराकर लाई थी. इधर उसने आत्महत्या क्यों की, इसके कारण का खुलासा नहीं हो सका है. इससे पहले सीडब्ल्यूसी से जुड़े लोग उससे मिले थे. वह पढ़ना चाहती थी. उसका नामांकन भी कराने की तैयारी थी. बताया जा रहा है कि जिसके यहां वह काम करती थी, उसने भी एक लाख तीस हजार ड्राफ्ट भी भेजा था. इस राशि को युवती के नाम एफडी करा दिया गया था. साथ ही स्कॉलरशिप योजना में जोड़ने के लिए सीडब्ल्यूसी ने पहल शुरू की थी. लोगों ने बताया कि युवती की मां पंजाब में काम करती है जबकि पिता का निधन हो चुका है. वह फिलहाल अपना दादा दादी के साथ गांव में रहती थी.