गुमला: जिला मुख्यालय में स्थित विकास भवन में आने वाले हर व्यक्ति को अब अपना नाम और पता रजिस्टर में दाखिल करना होगा. इसको लेकर बुधवार से कार्यालय के मुख्य द्वार में दो कर्मियों को लगा दिया गया है. अब ये कर्मी हर आने-जाने वाले का नाम, पता और मोबाइल नंबर को रजिस्टर में नोट करते हुए उनकी स्क्रीनिंग और हैंड सेनेटाइज करने के बाद ही अंदर जाने की अनुमति दे रहे हैं.
दरअसल, इस सब के पीछे की वजह गुमला जिले में तेज गति से कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ना है. 28 जुलाई की देर रात में कुल 11 नए कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए हैं. जिसके कारण अब गुमला जिले में 265 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या हो गई है. इनमें से दो कोरोना पॉजिटिव मरीज की मृत्यु हो चुकी है. जबकि कुल 130 संक्रमित मरीज स्वस्थ होकर अस्पताल से मुक्त हो गए हैं.
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ऐसे में अब जिले में एक्टिव मरीजों की संख्या 135 रह गई है. 28 जुलाई की देर रात जो कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए हैं, उनमें जिला मुख्यालय के डीएसपी रोड से एक, बड़ाइक मोहल्ला से एक, पुलिस लाइन चांडाली से तीन, बाजारटांड़ से तीन, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रायडीह से एक और प्रखंड कार्यालय रायडीह में दो पॉजिटिव मामले मिले हैं. इधर, जिले में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रसार को नियंत्रित करने के लिए नोडल पदाधिकारी सह अपर समाहर्ता सुधीर कुमार गुप्ता ने बताया कि बिना मास्क पहने लोगों को चिन्हित कर 200 का जुर्माना वसूला जा रहा है. जिन दुकानों में सामाजिक दूरी का अनुपालन नहीं किया जा रहा है, वैसे दुकानदारों के विरुद्ध भी जुर्माना वसूली जा रही है. साथ ही दो पहिया वाहन, ऑटो रिक्शा में प्रोटोकॉल के तहत निर्धारित संख्या से अधिक यात्रियों को बैठाए जाने की स्थिति में संबंधित ऑटो चालक से जुर्माना वसूला जा रहा है.
कई इलाके सील
गुमला जिले में लगातार कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. हाल ही में कई मोहल्लों को जिला प्रशासन ने कोरोना संक्रमित मरीज पाए जाने के कारण कंटेंटमेंट जोन घोषित करते हुए पूरी तरह से सील कर दिया था. डीएसपी रोड के कुछ भागों को कंटेनमेंट जोन घोषित करते हुए जिला प्रशासन ने सील कर दिया था. डीएसपी रोड के कंटेनमेंट जोन में अट्ठारह मकान जबकि बफर जोन में कुल 22 मकान सील किए गए हैं. वहीं, गुमला में कोरोना वायरस ने दो सरकारी कार्यालयों को अपनी चपेट में ले लिया है. जिला परिवहन कार्यालय और स्वास्थ्य विभाग को भी बंद कर दिया गया था. वहीं, जिले में 10 जुलाई को तीन कोरोना के मामले सामने आए थे, जिनमें से दो संक्रमित दिल्ली से और एक सूरत से वापस आया था.