गुमला: जिले के कामडारा थाना परिसर में नक्सल और अपराध पर नियंत्रण को लेकर दक्षिण छोटानापुर प्रमंडल के डीआईजी अखिलेश कुमार झा ने गुमला, सिमडेगा और खूंटी के पुलिस अधीक्षक और पुलिस अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक की. बैठक में नक्सल और अपराधियों के संबंध में सुचना का आदान प्रदान, संयुक्त नक्सली अभियान चलाना, बॉर्डर चेक पोस्ट का गठन करना और अंतरजिला गिरोहों की सक्रियता और उनके विरुद्ध कार्रवाई पर विचार विमर्श किया गया. बैठक में अधिकारियों ने अपराधियों को सीमावर्ती क्षेत्रों का लाभ लेने से रोकने के रणनीति पर भी विचारविमर्श किया, साथ ही आपसी सहयोग से नक्सल अभियान चलाने पर सहमति बनी.
डीआईजी अखिलेश कुमार झा ने कहा कि गुमला, खूंटी और सिमडेगा तीनों जिले की सीमाएं आपस में मिलती है और तीनों जिले के पुलिस अधीक्षक के बीच काफी अच्छी सामंजस्य है, लेकिन निचले स्तर के पुलिस पदाधिकारियों, एसडीपीओ और थाना स्तर के पदाधिकारियों के बीच बेहतर सामंजस्य की व्यवस्था हो, इसे लेकर बैठक आयोजित की गई थी. उन्होंने पुलिस पदाधिकारीयों को वांटेड नक्सलियों और उनके समर्थकों पर कड़ी कर्रवाई करने का निर्देश देते दिया है, साथ ही उन्होंने नक्सलियों और अपराधियों को शरण देने वालों पर भी पदाधिकारियों को कड़ी करवाई के निर्देश दिए हैं. वहीं उन्होंने अपराध नियंत्रण को लेकर क्षेत्र के लोगों से अपील की है कि किसी भी प्रकार के आपराधिक गतिविधियों की जानकारी मिलने पर पुलिस को उसकी जानकारी देकर अपराध नियंत्रण में सहयोग करें, साथ पीएलएफआई उग्रवादियों के विरूद्ध विशेष रणनीति बनाते हुए डीआईजी ने पुलिस अधीक्षकों को कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए.
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बैठक में गुमला के एसपी एचपी जनार्दनन, खूंटी एसपी आशुतोष शेखर, सिमडेगा एसपी डॉ शम्स तबरेज, एएसपी गुमला बिजेंद्र कुमार मिश्रा, बसिया एसडीपीओ दीपक कुमार, तोरपा एसडीपीओ ओमप्रकाश तिवारी, सिमडेगा एसडीपीओ राजकिशोर, बसिया पुलिस निरीक्षक बैजू उरांव, तोरपा पुलिस निरीक्षक दिग्विजय सिंह, सिमडेगा पुलिस निरीक्षक आलोक कुमार सिंह, कामडारा थाना प्रभारी अशोक कुमार, कुरकुरा थाना प्रभारी सदानंद सिंह समेत कई पुलिस अधिकारी और थाना प्रभारी मौजूद थे.