गुमला: कड़ी मेहनत, सच्ची लगन हो तो हर काम को हासिल किया जा सकता है. इसे सच कर के दिखाया है गुमला उपायुक्त के चालक के बेटे जगरनाथ लोहरा ने. अपने पिता को सरकारी बाबू के वाहन को चलाते देख बड़े होते जगरनाथ ने भी सपना देखा था कि एक दिन वह भी प्रशासनिक सेवा में जाकर अपने और अपने पिता के आकांक्षाओं को पूरा करेगा. जगरनाथ ने तीसरी प्रयास में छठी जेपीएससी की परीक्षा में सफलता प्राप्त किया है.
तीसरी प्रयास में मिली सफलता
जगरनाथ लोहरा ने बताया कि इस सफलता का श्रेय वे अपने माता-पिता को देते हैं क्योंकि उनके आशीर्वाद के बगैर इसे पूरा करना संभव नहीं था. उन्होंने बताया कि बचपन से ही अपने पिता को सरकारी बाबुओं के गाड़ी चलाते देखता था, उसी समय से मन में यह ठान लिया था कि एक दिन बड़ा होकर वह भी प्रशासनिक सेवा में जाएगा और अपने लक्ष्य को पाने के लिए लगातार कड़ी मेहनत करता रहा. इससे पहले दो बार जेपीएससी की परीक्षा पास कर चुके थे, लेकिन इंटरव्यू में सफलता नहीं मिल सकी थी, लेकिन तीसरी प्रयास में आखिरकार सफलता मिल गई.
लगातार प्रयास करने से मिली सफलता
जगरनाथ ने कहा कि इसके लिए वह रोजाना 7 से 8 घंटे तक पढ़ाई करते थे. घर में ही रहकर ही तैयारी करते थे. वहीं, जगरनाथ लोहरा की पत्नी ने कहा कि आज उनके लिए काफी खुशी का दिन है क्योंकि लगातार प्रयास करने के बाद आज पति को एक मुकाम हासिल हुआ है. उन्होंने कहा कि उनके पति की पढ़ाई में वह भी हमेशा साथ देती थी. वहीं, उनकी माता ने कहा कि पति को अधिकारियों का वाहन चलाते हुए देखा है. ऐसे में सरकारी अधिकारियों के रहन-सहन उनके रुतबे देखते हुए मन में हमेशा विचार होता था कि उनके घर के बच्चे भी प्रशासनिक सेवा में जाएं. इसके लिए उन्होंने अपने बच्चों को कभी किसी चीज का कमी नहीं होने दी. आज दिल में काफी खुशी है.