गुमला: जिला के रायडीह प्रखंड क्षेत्र के हीरादह में 16 नवंबर को लापता हुए तीन में से एक युवक का शव घटना के पांचवें दिन बरामद कर लिया गया था. लेकिन घटना के आठ दिन बीत जाने के बाद भी जब दो युवक सुनील भगत और सुमित गिरी का कोई सुराग नहीं मिला. इससे थक-हारकर सुमित गिरी के परिवार वालों ने एक पुतला बनाया और उसे सुमित का शव मानकर अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी की. जब पुतले के रूप में घर के आंगन में सुमित का शव रखा गया तो उस समय घर में परिवार के सदस्यों के चित्कार से चारों ओर माहौल गमगीन हो गया.
16 नवंबर को गुमला जिला मुख्यालय से करीब पचास किलोमीटर दूर गुमला शहर के छह युवकों की एक टोली पिकनिक मनाने के लिए रायडीह प्रखंड क्षेत्र के पर्यटन स्थल हीरादह गई हुई थी. पिकनिक मनाने के दौरान सभी दोस्त खूब मौज मस्ती कर रहे थे और सभी नदी में नहाने के लिए उतरे, तभी नदी की तेज धारा में एक उनमें से एक युवक बहने लगा जिसे बचाने के लिए जब एक एक कर सभी नदी में दौड़े तो उनमें से तीन युवक अभिषेक गुप्ता, सुनील भगत और सुमित गिरी नदी की तेज धारा में लापता हो गए. जिसके बाद जब इसकी सूचना जिला मुख्यालय में दी गई. जिसके बाद सैकड़ों लोग हीरादह पहुंचे मगर उस दिन तीनों युवकों का कुछ भी पता नहीं चल सका.
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2 युवक अब भी लापता
घटना के दूसरे दिन से ही लगातार एनडीआरएफ की टीम 3 दिनों तक लापता हुए तीनों युवकों को ढूंढने का प्रयास किया था. मगर एनडीआरएफ की टीम को कोई सफलता नहीं मिली जिसके बाद टीम थक-हारकर वह वापस रांची लौट गई थी. लेकिन स्थानीय मछुआरों ने अभिषेक गुप्ता नामक युवक का शव बरामद किया, जबकि दो युवक लापता हैं. जिसके बाद युवकों के परिजनों ने भी अपने जिगर के टुकड़े का अंतिम दर्शन भी नहीं हो पाने की स्थिति में पुतला बनाकर उनका अंतिम संस्कार किया.