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गुमला में 4 लोगों की हत्या के 8 आरोपी गिरफ्तार, 8 अब भी फरार

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Published : Jul 22, 2019, 7:17 PM IST

गुमला के सिसई में 21 जुलाई को अंधविश्वास में हुए चार लोगों की हत्या के आरोपी आठ लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. जबकि आठ नामजद अभियुक्त अब भी फरार हैं.

हत्या के आरोपी गिरफ्तार

गुमला: जिले की पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस ने चार लोगों की हत्या के मामले में आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि अभी भी आठ नामजद अभियुक्त फरार हैं. गिरफ्तार किए गए आरोपियों को एसपी कार्यालय में मीडिया के सामने लाया गया.

हत्या के आरोपी गिरफ्तार

21 जुलाई की वारदात
बता दें कि 21 जुलाई के अहले सुबह सिसई थाना क्षेत्र के सिसकारी गांव में चार लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी. जिसमें दो महिला और दो पुरुष शामिल थे. उनमें एक पति पत्नी थे. 21 जुलाई दिन रविवार की सुबह में चार लोगों की एक साथ हत्या किए जाने की जानकारी जैसे ही लोगों को मिली आसपास के क्षेत्रों में सनसनी फैल गई थी.

आठ लोग गिरफ्तार
चार लोगों की एक साथ हत्या किए जाने की जानकारी जब पुलिस को मिली तो जिले की तीन थानों की पुलिस गांव पहुंची. खुद जिले के एसपी अंजनी कुमार झा भी घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की अनुसंधान करने लगे. पुलिस के द्वारा पूछताछ में ग्रामीणों ने बताया कि सभी लोग रात में घर में थे. इसी बीच 8 से 10 नकाबपोश लोग आए और इन चारों की पीट-पीटकर हत्या कर दी. मगर पुलिस को ग्रामीणों की बातों पर विश्वास नहीं हुआ. गांव के बीच अखरा में चार लोगों की पीट-पीटकर हत्या किए जाने के संबंध में एक भी ग्रामीण प्रत्यक्ष रूप से सामने नहीं आए. तब पुलिस ने पूछताछ के लिए चार- पांच लोगों को थाने ले आई.

ये भी पढ़ें- गर्भवती बता अस्पताल में भर्ती महिला कैदी हुई फरार, सीसीटीवी कैमरा से नहीं हुआ ट्रेस

चारों ओझा-गुणी का काम करते थे
गांव में कैंप कर खुद एसपी मामले की अनुसंधान कर रहे थे. अनुसंधान के क्रम में यह पता चला कि चारों ओझा- गुणी का काम करते थे. लगभग 15- 20 दिन पहले गांव में बोलो उरांव नाम के एक लड़के की मृत्यु किसी बीमारी से हो गई थी. इस बात को गांव के कुछ दबंग लोगों ने हवा उड़ा दिया कि सुना भगत ने ही उस पर डायन भूत का काम करके मार दिया है. इस कारण गांव में संकट आ गया है और प्रेत का रात में आवाज आता है.

पीट-पीटकर हत्या
जिसके बाद अंधविश्वास से ग्रसित सिसकारी गांव के लोगों ने गांव के पहान और पुजार के नेतृत्व में गांव में बैठक किया. बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार इसके लिए एक दूसरे भक्ताइन से संपर्क करके हवा फैला दिया गया कि गांव के सुना उरांव, चांपा उरांव, पीरी उरांव और फागुनी देवी जो गांव में झाड़-फूंक किया करते हैं, इनके द्वारा देवी स्थान में बकरा चढ़ा दिया गया है. इसी के लिए गांव में संकट आया हुआ है. जिसके बाद 20-21 जुलाई की रात में गांव के कुछ लोगों ने इस अंधविश्वास पर विश्वास करके एक बैठक रखा और इन चारों को उनके घर से पकड़ कर लाए. अखरा के पास लाठी डंडा से बेरहमी से पीट-पीटकर उनकी हत्या कर दी.

अंधविश्वास में की गई हत्या
जिले के एसपी अंजनी कुमार झा ने बताया कि सिसई थाना क्षेत्र के सिसकारी गांव में चार लोगों की हत्या कर दी गई थी. जिसमें दो महिलाएं और दो पुरुष थे, शुरू में ग्रामीणों के द्वारा बताया जा रहा था कि कुछ नकाबपोश अपराधियों के द्वारा घटना को किया गया है. पर जब पुलिस घटनास्थल पर गई हुई थी, उसी समय यह साफ हो गया था कि यह अंधविश्वास में की गई हत्या है. गांव के ही लोग इसमें शामिल हैं.

ये भी पढ़ें- पड़ोसियों के साथ गुंडई कर रहे थे BJP नेता, CCTV में कैद हुई वारदात

16 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया
जांच के क्रम में मृतक की बेटी के द्वारा एफआईआर दर्ज कराया गया है. जिसमें कुल 16 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है. इसके साथ ही कुछ लोग अज्ञात हैं.

गुमला: जिले की पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस ने चार लोगों की हत्या के मामले में आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि अभी भी आठ नामजद अभियुक्त फरार हैं. गिरफ्तार किए गए आरोपियों को एसपी कार्यालय में मीडिया के सामने लाया गया.

हत्या के आरोपी गिरफ्तार

21 जुलाई की वारदात
बता दें कि 21 जुलाई के अहले सुबह सिसई थाना क्षेत्र के सिसकारी गांव में चार लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी. जिसमें दो महिला और दो पुरुष शामिल थे. उनमें एक पति पत्नी थे. 21 जुलाई दिन रविवार की सुबह में चार लोगों की एक साथ हत्या किए जाने की जानकारी जैसे ही लोगों को मिली आसपास के क्षेत्रों में सनसनी फैल गई थी.

आठ लोग गिरफ्तार
चार लोगों की एक साथ हत्या किए जाने की जानकारी जब पुलिस को मिली तो जिले की तीन थानों की पुलिस गांव पहुंची. खुद जिले के एसपी अंजनी कुमार झा भी घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की अनुसंधान करने लगे. पुलिस के द्वारा पूछताछ में ग्रामीणों ने बताया कि सभी लोग रात में घर में थे. इसी बीच 8 से 10 नकाबपोश लोग आए और इन चारों की पीट-पीटकर हत्या कर दी. मगर पुलिस को ग्रामीणों की बातों पर विश्वास नहीं हुआ. गांव के बीच अखरा में चार लोगों की पीट-पीटकर हत्या किए जाने के संबंध में एक भी ग्रामीण प्रत्यक्ष रूप से सामने नहीं आए. तब पुलिस ने पूछताछ के लिए चार- पांच लोगों को थाने ले आई.

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चारों ओझा-गुणी का काम करते थे
गांव में कैंप कर खुद एसपी मामले की अनुसंधान कर रहे थे. अनुसंधान के क्रम में यह पता चला कि चारों ओझा- गुणी का काम करते थे. लगभग 15- 20 दिन पहले गांव में बोलो उरांव नाम के एक लड़के की मृत्यु किसी बीमारी से हो गई थी. इस बात को गांव के कुछ दबंग लोगों ने हवा उड़ा दिया कि सुना भगत ने ही उस पर डायन भूत का काम करके मार दिया है. इस कारण गांव में संकट आ गया है और प्रेत का रात में आवाज आता है.

पीट-पीटकर हत्या
जिसके बाद अंधविश्वास से ग्रसित सिसकारी गांव के लोगों ने गांव के पहान और पुजार के नेतृत्व में गांव में बैठक किया. बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार इसके लिए एक दूसरे भक्ताइन से संपर्क करके हवा फैला दिया गया कि गांव के सुना उरांव, चांपा उरांव, पीरी उरांव और फागुनी देवी जो गांव में झाड़-फूंक किया करते हैं, इनके द्वारा देवी स्थान में बकरा चढ़ा दिया गया है. इसी के लिए गांव में संकट आया हुआ है. जिसके बाद 20-21 जुलाई की रात में गांव के कुछ लोगों ने इस अंधविश्वास पर विश्वास करके एक बैठक रखा और इन चारों को उनके घर से पकड़ कर लाए. अखरा के पास लाठी डंडा से बेरहमी से पीट-पीटकर उनकी हत्या कर दी.

अंधविश्वास में की गई हत्या
जिले के एसपी अंजनी कुमार झा ने बताया कि सिसई थाना क्षेत्र के सिसकारी गांव में चार लोगों की हत्या कर दी गई थी. जिसमें दो महिलाएं और दो पुरुष थे, शुरू में ग्रामीणों के द्वारा बताया जा रहा था कि कुछ नकाबपोश अपराधियों के द्वारा घटना को किया गया है. पर जब पुलिस घटनास्थल पर गई हुई थी, उसी समय यह साफ हो गया था कि यह अंधविश्वास में की गई हत्या है. गांव के ही लोग इसमें शामिल हैं.

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16 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया
जांच के क्रम में मृतक की बेटी के द्वारा एफआईआर दर्ज कराया गया है. जिसमें कुल 16 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है. इसके साथ ही कुछ लोग अज्ञात हैं.

Intro:गुमला : जिले की पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है । पुलिस ने 4 लोगों की हत्या के मामले में आठ आरोपियों को घटना के 24 घंटे के अंदर ही गिरफ्तार की है । हालांकि अभी भी आठ नामजद अभियुक्त फरार हैं । गिरफ्तार किए गए आरोपियों को आज एसपी कार्यालय में मीडिया के समक्ष प्रस्तुत किया गया । आपको बता दें की 20- 21 जुलाई की रात्रि में सिसई थाना क्षेत्र के सिसकारी गांव में चार लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी । जिसमें 2 महिला और दो पुरुष शामिल थे जिसमें से एक पति पत्नी थे । 21 जुलाई दिन रविवार की सुबह में 4 लोगों की एक साथ हत्या किए जाने की जानकारी जैसे ही लोगों को मिली आसपास के क्षेत्रों में सनसनी फैल गई थी ।


Body:4 लोगों की एक साथ हत्या किए जाने की जानकारी जब पुलिस को मिली तो जिले की तीन थानों की पुलिस गांव पहुंची । खुद जिले के एसपी अंजनी कुमार झा भी घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की अनुसंधान करने लगे । पुलिस के द्वारा पूछताछ में ग्रामीणों ने बताया कि सभी लोग रात में घर में थे । इसी बीच 8 से 10 नकाबपोश लोग आए और इन चारों की पीट-पीटकर हत्या कर दी। मगर पुलिस को ग्रामीणों की बातों पर विश्वास नहीं हुआ । चूँकि गांव के बीच अखाड़ा में चार लोगों की पीट-पीटकर हत्या किए जाने के संबंध में एक भी ग्रामीण प्रत्यक्ष रूप से सामने नहीं आए तब पुलिस ने पूछताछ के लिए चार 5 लोगों को थाने ले आई ।
गाँव मे कैम्प कर खुद एसपी मामले की अनुसंधान कर रहे थे. अनुसंधान के क्रम में यह पता चला कि चारों मृतक ओझा- गुणी का काम करते थे । लगभग 15- 20 दिन पहले गांव में बोलो उराँव नामक एक लड़के की मृत्यु किस बीमारी से हो गई थी । इस बात को गांव के कुछ दबंग लोगों ने हवा उड़ा दिया कि मृतक सुना भगत ने ही उस पर डायन भूत का काम करके मार दिया है । और इस कारण गांव में संकट आ गया है । तथा प्रेत का रात में आवाज आता है ।
जिसके बाद अंधविश्वास से ग्रसित सिसकारी गांव के लोगों ने गांव के पहान और पुजार के नेतृत्व में गांव में बैठक किया बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार इसके लिए एक दूसरे भक्ताइन से संपर्क करके हवा फैला दिया गया कि गांव के सुना उराँव, चांपा उराँव, पीरी उराँव एवं फागुनी देवी जो गांव में झाड़-फूंक किया करते हैं इनके द्वारा देवी स्थान में बकरा चरा दिया गया है । इसी के लिए गांव में संकट आया हुआ है । जिसके बाद 20-21 जुलाई की रात्रि में गांव के कुछ लोगों ने इस अंधविश्वास पर विश्वास करके एक बैठक रखा । और इन चारों मृतकों को उनके घर से पकड़ पकड़ लाकर अखाड़ा के समीप लाठी डंडा से बेरहमी से पीट पीट कर उनकी हत्या कर दी ।



Conclusion:मीडिया से बात करते हुए जिले के एसपी अंजनी कुमार झा ने बताया कि सिसई थाना क्षेत्र के सिसकारी गांव में 4 लोगों की हत्या कर दी गई थी । जिसमें 2 महिलाएं और दो पुरुष थे । प्रारंभ में ग्रामीणों के द्वारा बताया जा रहा था कि कुछ नकाबपोश अपराधियों के द्वारा घटना को किया गया है । किंतु कल ही जब पुलिस घटनास्थल पर गई हुई थी उसी समय यह साफ हो गया था कि यह अंधविश्वास में किया गया हत्या है । और गांव के ही लोग इसमें शामिल हैं। अनुसंधान के क्रम में मृतक की बेटी के द्वारा एफ आई आर दर्ज कराए गया है ।। जिसमें कुल 16 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है । इसके साथ ही कुछ लोग अज्ञात हैं । घटना के पीछे की वजह जो सामने आ रही हैं जिसमें कुछ दिनों से गांव में अनिष्ट हो रहा था । जिसे गांव वाले यह मान रहे थे कि गांव में जो अनिष्ट हो रहा है भूत प्रेत के द्वारा गांव में कुछ किया जा रहा है । इसी को लेकर गांव के पहान पुजार के द्वारा ग्रामीणों को समझा कर कुछ दिनों पहले कुछ ग्रामीणों के साथ राँची जिला के मांडर थाना क्षेत्र में एक भक्ताइन के पास ले जाया गया । जहां उन्हें भक्ताइन के द्वारा कुछ हुलिया बताया गया । जिन्हें गांव को अनिष्ट करने का जिम्मेवार ठहराया गया । मांडर से लौटने के दिनों बाद 20 - 21 जुलाई की रात्रि में फिर से गांव में बैठक की गई। और चारों के ऊपर गांव को अनिष्ट किए जाने का आरोप लगाते हुए इन्हें उनके घरों से निकाला और गांव के अखाड़ा में पीट-पीटकर मार डाला गया । एसपी ने बताया कि फिलहाल इस मामले पर 8 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि 8 अभियुक्त अभी फ़रार हैं ।। इसके साथ ही कई अज्ञात लोगों को भी इस मामले पर अभियुक्त बनाया गया है ।

बाईट : अंजनी कुमार झा ( एसपी ,गुमला )
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