ETV Bharat / state

ECL राजमहल परियोजना के भूमि अधिग्रहण के विरोध में आदिवासियों ने गाड़े लाल झंडे, कहा- नहीं देंगे एक इंच जमीन

गोड्डा में ECL राजमहल परियोजना ललमटिया की ओर से भूमि अधिग्रहण के विरोध में आदिवासियों ने अपनी जमीन पर लाल झंडे गाड़े हैं. लोगों ने कहा कि अगर ईसीएल प्रबंधन सख्ती से पेश आती है तो उसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा.

author img

By

Published : Apr 18, 2021, 1:05 PM IST

Tribal carved red flags to protest land acquisition of ECL Rajmahal Project in godda
आदिवासियों ने गाड़े लाल झंडे

गोड्डाः जिले के ECL राजमहल परियोजना ललमटिया की ओर से भूमि अधिग्रहण के विरोध में बोआरीजोर प्रखंड के हरखा के भेरुंडा के आदिवासियों ने अपनी जमीन पर लाल झंडे गाड़े हैं. जानकारी के मुताबिक ईसीएल प्रबंधन की ओर से भूमि अधिग्रहण के लिए पिछले दिन तालझारी के आस-पास पुलिस प्रशासन के साथ पहुंची थी जिसका स्थानीय ग्रामीण और आदिवासियों ने हरवे हथियार के साथ विरोध किया था. इसके बाद से लगातार क्षेत्र के आदिवासी सक्रिय और गोलबंद हो रहे हैं.

देखें पूरी खबर

ये भी पढ़ें-गैंगस्टर सुजीत गिरोह पर NIA का शिकंजा, रिमांड पर गिरोह के पांच कुख्यात

आदिवासियों का सीधा कहना है कि वे किसी भी कीमत पर जमीन नहीं देंगे, साथ ही कहा कि ईसीएल के साथ पुराना अनुभव बहुत ही बुरा रहा है. पिछले चार दशक पुराने विस्थापन और मुआवजे के साथ नौकरी देने का मामला आज भी लटका पड़ा है. आदिवासियों ने इस संकल्प को दोहराया कि ईसीएल प्रबंधन को एक इंच जमीन नहीं देंगे और अगर पिछली बार की तरह प्रबंधन पुलिस और प्रशासन के साथ सख्ती से पेश आती है तो उसका मुहतोड़ जवाब दिया जाएगा.

गोड्डाः जिले के ECL राजमहल परियोजना ललमटिया की ओर से भूमि अधिग्रहण के विरोध में बोआरीजोर प्रखंड के हरखा के भेरुंडा के आदिवासियों ने अपनी जमीन पर लाल झंडे गाड़े हैं. जानकारी के मुताबिक ईसीएल प्रबंधन की ओर से भूमि अधिग्रहण के लिए पिछले दिन तालझारी के आस-पास पुलिस प्रशासन के साथ पहुंची थी जिसका स्थानीय ग्रामीण और आदिवासियों ने हरवे हथियार के साथ विरोध किया था. इसके बाद से लगातार क्षेत्र के आदिवासी सक्रिय और गोलबंद हो रहे हैं.

देखें पूरी खबर

ये भी पढ़ें-गैंगस्टर सुजीत गिरोह पर NIA का शिकंजा, रिमांड पर गिरोह के पांच कुख्यात

आदिवासियों का सीधा कहना है कि वे किसी भी कीमत पर जमीन नहीं देंगे, साथ ही कहा कि ईसीएल के साथ पुराना अनुभव बहुत ही बुरा रहा है. पिछले चार दशक पुराने विस्थापन और मुआवजे के साथ नौकरी देने का मामला आज भी लटका पड़ा है. आदिवासियों ने इस संकल्प को दोहराया कि ईसीएल प्रबंधन को एक इंच जमीन नहीं देंगे और अगर पिछली बार की तरह प्रबंधन पुलिस और प्रशासन के साथ सख्ती से पेश आती है तो उसका मुहतोड़ जवाब दिया जाएगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.