गोड्डा: जिले के पोड़ैयाहाट के सरबिंदा बांझी में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत चार परिवार को घर दिया गया जो पिछले कई साल से खानाबदोश की तरह प्लास्टिक की झोपड़ी में रहते थे, जो मूल रूप से खुद को सपेरा बताते हैं. हालांकि, उन्होंने किसी तरह जमीन खरीद लिया घर के लिए सरकार से पैसे ले लिए.
ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि भूमिहीन व्यक्ति को कैसे आवास की राशि मिल गई और इन्होंने आवास का निर्माण भी कर लिया. यही नहीं इनमें से तीन लोगों ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मिले घर को बेच कर चले भी गए. बता दें कि जिन लोगों की आवास की स्वीकृति हुई थी उनका नाम पियरुल अंसारी, कॉलोनी बीबी, झूली बीबी और कारी बीबी है.
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वहीं, मुखिया ने कहा की यह काफी दिनों से प्लास्टिक के तंबू में रह रहे थे और इसको आवास देने का विरोध भी किया गया था. इनका नाम लाभुक सूची में भी था और इनके पास आधार कार्ड भी है. ऐसे में कई तरह के सवाल उठ रहा है. इस पूरे मामले पर जिले के उपायुक्त किरण कुमारी पासी कहती है मामला गंभीर है जांच कर दोषी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी.