गोड्डा: जिले के मौलाना अबुल कलाम आजाद इंटर कॉलेज के प्राचार्य दिवंगत डॉ नजीरुद्दीन को आखिरी विदाई दे दी गई. उनके जनाजे में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए. जनाजे में शामिल हुए लोग गोड्डा के साथ ही अन्य जिलों और बिहार से भी पहुंचे थे. इस दौरान पूर्व सांसद फुरकान अंसारी ने पीड़ित परिवारों से मिलकर उन्हें सांत्वना दी. साथ ही इस घटना की निंदा करते हुए उन्होंने दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने की मांग की.
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इस मौके पर फुरकान अंसारी दिवंगत डॉ नजरुद्दीन के 12 वर्षीय बेटे को ढांढस दिलाते भी दिखे. पूर्व विधायक संजय यादव ने भी इस घटना की निंदा की है और कहा कि ये एक जघन्य अपराध है, जिसमें उन्होंने एक मित्र और शिक्षाविद को खो दिया. जनाजे में बड़ी संख्या में लोगों की उपस्थिति डॉ नजीरुद्दीन के सर्व सुलभ और लोकप्रिय व्यक्तित्व की झलक प्रस्तुत कर रही थी. सभी की आंखे नम थी.
डॉ नजीरुद्दीन की अपहरण के बाद की गई हत्या: गौरतलब हो कि गुरुवार को सनहोला भागलपुर से डॉ नजीरुद्दीन का अपहरण कर लिया गया था. जिसके बाद उनकी खोजबीन शुरू की गई थी, लेकिन अगले ही दिन शुक्रवार की सुबह उनका शव महगामा थाना के जियाजोरी रेलवे ट्रैक के पास मिला था. इस घटना को उनके सगे भतीजे मो शकीर उर्फ चुन्ना ने अंजाम दिया था. इस कांड में मृतक डॉ नजरुद्दीन का चालक अमन पासवान और एक सेवादार कपिल दास भी शामिल है. पुलिस के अनुसार, मृतक के बड़े भाई रुस्तम, भतीजा और दामाद समेत कुल 15 लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है. हत्या के पीछे कॉलेज का विवाद बताया जा रहा है .