गोड्डाः सांसद निशिकांत दुबे और विधायक प्रदीप यादव के बीच बयानबाजी जारी है. अपने तीखे बयानों से दोनों एक-दूसरे पर खूब वार-पलटवार कर रहे हैं. इस बयानबाजी में शब्दों की मर्यादा भी टूट रही है.
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विधायक प्रदीप यादव ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी पर निशाना साधते हुए कहा कि जनता का तेल है और जनता का पैसा, पूर्व मुख्यमंत्री की सुख सुविधा. ऐसे में बेचारे बाबूलाल जी करेंगे क्या घूम रहे हैं. वहीं बाबूलाल मरांडी के भ्रष्टाचार के आरोपों पर उन्होंने कहा कि आखिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने खुद को जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी से अलग क्यों कर लिया. सभी गड़बड़ी की जांच हो जाती. ये दुनिया जानती है कि जांच एजेंसियों का उपयोग केंद्र किस तरह विपक्ष को परेशान करने के लिए करता है. ईडी और सीबीआई की खबर पहले निशिकांत दुबे और बाबूलाल मरांडी के पास होती है.
वहीं सांसद निशिकांत दुबे ने अपने एक संबोधन में प्रदीप यादव सीधे नाम नहीं लेते हुए कहा कि सिटी विधायक को बड़े नेताओं का सम्मान करना चाहिए, वो आज जहां हैं बाबूलाल जी बदौलत हैं. साथ ही फुरकान अंसारी के बारे में कहा कि हम विरोध में चुनाव लड़े लेकिन उनका सम्मान करते हैं.
निशिकांत दुबे इतने पर नहीं रुके. उन्होंने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि फुरकान अंसारी की गाड़ी में किसने एके 47 रखा. पूर्व भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र सिंह को किसने मर्डर केस में फंसाया. उन्होंने कहा कि वो छुप कर वार करते हैं सियार की तरह, लेकिन निशिकांत दुबे मर्द है, गंगा किनारे वाला वाला.
सांसद ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के करीबी पंकज मिश्रा को बोला था भाग मिश्रा भाग आज जेल में है. वहीं कहा कि सिटी विधायक भाग सके तो भाग लें, नहीं तो मैं जेल भेज कर रहूंगा. वहीं कहा कि यही शब्द हेमंत सोरेन के लिए भी हैं.