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आम बजट 2020 से खेल जगत को है काफी उम्मीद, संसाधनों के अभाव में दम तोड़ रही प्रतिभाएं

केंद्र सरकार 1 फरवरी 2020 को संसद में आम बजट पेश करने जा रही है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का यह दूसरा बजट है. इस बार के बजट से देश की जनता को काफी उम्मीदें हैं.

union budget 2020 Players hopeful about budget in jharkhand
बजट को लेकर राय देती खिलाड़ी
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Published : Jan 30, 2020, 5:26 PM IST

Updated : Jan 31, 2020, 10:53 AM IST

गोड्डा: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को वित्त वर्ष 2020-21 का आम बजट पेश करेंगी. वैश्विक और घरेलू वजहों से भारतीय अर्थव्यवस्था की रफ्तार कुछ वक्त से बेहद धीमी है. इसको लेकर कई क्षेत्रों को अगले वित्त वर्ष के आम बजट से बड़ी उम्मीदें हैं. ईटीवी भारत से खेल जगत को बजट से क्या उम्मीदें हैं इस पर लोगों ने अपनी राय साझा की.

बजट को लेकर राय देते खिलाड़ी

हम जैसे लोग गांव के गरीब घराने से आते हैं. खिलाड़ियों में प्रतिभा है, लेकिन साधन का अभाव होता है. ऐसे में गांव में खेलो की सुविधा के स्कॉलरशिप की व्यवस्था होनी चाहिए. - सुजेन कुमार, नेटबाल प्लेयर, जूनियर नेशनल

इसे भी पढ़ें:- आम बजट 2020 : आज से संसद सत्र की शुरुआत, हमलावर हो सकता है विपक्ष

आज कुछ चुनिंदा राज्यों को खेल को लेकर अच्छा खासा बजट मुहैया कराया जा रहा है. हालांकि झारखंड और बिहार जैसे राज्यों को खेल में कुछ खास बजट नहीं दिया जाता. इससे संसाधन के अभाव में खेल प्रतिभाएं दम तोड़ रही हैं. इन राज्यो में खेलो को सभी संसाधन मुहैया कराई जाए- इफ्तेखार आलम राजू, उपाध्यक्ष, गोड्डा कबड्डी संघ

सरकार खिलाड़ियों को जिला स्तर पर प्रदर्शन के साथ ही स्कॉलरशिप दे. इससे छोटे बच्चों का मनोबल बढ़ेगा. अमूमन स्टेट को रिप्रेजेंट करने पर ही ये स्कॉलरशिप दी जाती है. इसके साथ ही हर जिले में खेल क्लब हो, जिससे खिलाड़ियों को किट जैसी सुविधाएं आसानी से मिल सकें.- मोनालिसा, इंटरनेशनल नेटबाल प्लेयर

जो राशि खेल के लिए जारी की जाती है वो खिलाडियों तक पहुंचे. अगर यह बजट खिलाड़ियों के संसाधन पर खर्च नहीं होगा तो खेल और खिलाड़ियों का बेहतर विकास नहीं होगा.- सुरजीत झा, नेशनल कैरम अंपायर, खेल प्रशिक्षक
खेल को प्रोत्साहन तब ही मिल सकता है, जब स्कॉलरशिप के साथ ही नौकरी में खेल कोटा भी बेहतर हो. इससे खिलाड़ियों को लगेहा कि खेल में उनका भविष्य सुरक्षित है.- गुंजन झा, नेशनल नेटबाल प्लेयर

गोड्डा: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को वित्त वर्ष 2020-21 का आम बजट पेश करेंगी. वैश्विक और घरेलू वजहों से भारतीय अर्थव्यवस्था की रफ्तार कुछ वक्त से बेहद धीमी है. इसको लेकर कई क्षेत्रों को अगले वित्त वर्ष के आम बजट से बड़ी उम्मीदें हैं. ईटीवी भारत से खेल जगत को बजट से क्या उम्मीदें हैं इस पर लोगों ने अपनी राय साझा की.

बजट को लेकर राय देते खिलाड़ी

हम जैसे लोग गांव के गरीब घराने से आते हैं. खिलाड़ियों में प्रतिभा है, लेकिन साधन का अभाव होता है. ऐसे में गांव में खेलो की सुविधा के स्कॉलरशिप की व्यवस्था होनी चाहिए. - सुजेन कुमार, नेटबाल प्लेयर, जूनियर नेशनल

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आज कुछ चुनिंदा राज्यों को खेल को लेकर अच्छा खासा बजट मुहैया कराया जा रहा है. हालांकि झारखंड और बिहार जैसे राज्यों को खेल में कुछ खास बजट नहीं दिया जाता. इससे संसाधन के अभाव में खेल प्रतिभाएं दम तोड़ रही हैं. इन राज्यो में खेलो को सभी संसाधन मुहैया कराई जाए- इफ्तेखार आलम राजू, उपाध्यक्ष, गोड्डा कबड्डी संघ

सरकार खिलाड़ियों को जिला स्तर पर प्रदर्शन के साथ ही स्कॉलरशिप दे. इससे छोटे बच्चों का मनोबल बढ़ेगा. अमूमन स्टेट को रिप्रेजेंट करने पर ही ये स्कॉलरशिप दी जाती है. इसके साथ ही हर जिले में खेल क्लब हो, जिससे खिलाड़ियों को किट जैसी सुविधाएं आसानी से मिल सकें.- मोनालिसा, इंटरनेशनल नेटबाल प्लेयर

जो राशि खेल के लिए जारी की जाती है वो खिलाडियों तक पहुंचे. अगर यह बजट खिलाड़ियों के संसाधन पर खर्च नहीं होगा तो खेल और खिलाड़ियों का बेहतर विकास नहीं होगा.- सुरजीत झा, नेशनल कैरम अंपायर, खेल प्रशिक्षक
खेल को प्रोत्साहन तब ही मिल सकता है, जब स्कॉलरशिप के साथ ही नौकरी में खेल कोटा भी बेहतर हो. इससे खिलाड़ियों को लगेहा कि खेल में उनका भविष्य सुरक्षित है.- गुंजन झा, नेशनल नेटबाल प्लेयर

Intro:गोड्डा में खिलाड़ी व खेल प्रशासकों ने केंद्र की बजट में सुदूर ग्रामीण क्षेत्रो को बढ़ावा देने।व उन्हें जिला स्तरीय खेल सहभागिता के साथ ही बाज़ीफ़ा के साथ नॉकरी में पर्याप्त खेल कोटा देने की राखी मांगBody:केंद्र सरकार के आगामी बजट को लेकर खेल व खिलाड़ियों के साथ खेल प्रधासको से उनकी राय जानन्द का प्रयास किया कि वे केंद्र सरकार के बजट से क्या अपेसाक्षाये रखते है।
गोड्डा में बिभिन खेल स्पर्धा से जुड़े लोगों ने अपनी अपनी अलग राय रखी।
नेट बाल के जूनियर नेशनल प्लेयर सुजेन कुमार ने कहा कि हम जैसे लोग गांव के गरीब घराने से आते है ऐसे में उनमें प्रतिभा है लेकिन साधन का अभाव होता है।ऎसे में जरूरत गांव में खेलो की सुविधा के स्कॉलरशिप की व्यवस्था होनी चाहिए।
गोड्डा जिला कब्बड्डी संघ के उपाध्यक्ष इफ्तखार आलम उर्फ राजू ने कहा कि आज कुछ चुनिंदा राज्यो में खेलो पर अच्छा खासा बजट होता है।लेकिन झारखंड व बिहार जैसे राज्यों में संसाधन के अभाव में खेल प्रतिभाएं दम तोड़ देती है जरूरत इन राज्यो में खेलो को संसाधन से सुसज्जित किया जाय।
नेटबाल की इंटरनेशनल प्लयेर मोनालिसा ने बुडवेट सरकार से आह्वान किया है वे खिलाड़ियों को जिला स्तर प्रदर्शन के साथ ही वजीफा अर्थात स्कॉलरशिप देनी आरम्भ करनी जुसे छोटे बच्चों का मनोबल बढ़े।आम तौर पर स्टेट को रिप्रेजेंट करने बाद ही ये मिलता है।वही हर जिले खेल क्लब हो जिससे खिलाड़ियों को किट जैसी सुविधा आसानी से उपलब्ध हो सके।
वही के खेल संघ से जुड़े सुरजीत झा जो हॉकी संघ के सचिव,दिव्यांग क्रिकेट के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष व नेशनल कैरम अंपायर भी है उन्होंने नरेंद्र मोदी सरकार के खेल बजट पर संतोष जताया।और खेलो इंडिया और फिट इंडिया की तारीफ की।लेकिन उन्होंने इंसबके साथ ही कहा जो राशि खेल के लिये जारी की जाती है खिलाडियों तक पहुचे।क्योंकि जब तक ये राशि दूर गेन की तक खेल प्रतिभाओं तक नही पहुचती है।तब तक खेल का सही बिकास सम्भव नही है
वही नेटबाल संघ के सचिव व नेशनल प्लेयर गुंजन झा ने कहा कि खेलो को प्रोत्साहन तब ही मिल सकता है जब स्कॉलरशिप के साथ नॉकरी में खेल कोटा पर्याप्त मात्रा में हो इससे खिलाड़ियों को लगे कि खेल में उनका भविष्य सुरक्षित हो।
कुल मिलाकर सबने ये माना अगर सरकारी सहायता गांव व सुदूर क्षेत्रो में खिलाड़ियों को मिले तो दूर दराज की प्रतिभाएं निखर कर सामने आएंगी
Bt-सुजेन कुमार-नेटबाल प्लेयर,जूनियर नेशनल
Bt-इफ्तेखार आलम राजू-उपाध्यक्ष कबड्डी संघ,गोड्डा
Bt-मोनालिशा-इंटरनेशनल,नेटबाल प्लेयर
Bt-सुरजीत झा-नेशनल कैरम अंपायर,खेल प्रशिक्षक
Bt-गुंजन झा-नेशनल नेटबाल प्लेयरConclusion:Na
Last Updated : Jan 31, 2020, 10:53 AM IST
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