गोड्डाः जिले के सर्वाधिक नक्सल प्रभावित क्षेत्र सुंदरपहाड़ी प्रखंड का पुलिस कप्तान ने निरीक्षण किया. सुसनी व डमरू पिकेट में पुलिस के जवानों को पुलिस कप्तान ने आवश्यक दिशा निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि पुलिस हमेशा सतर्क रहे , नक्सल गतिविधि किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नही की जाएगी. जिले के पुलिस कप्तान वाई एस रमेश ने जिले के सर्वाधिक नक्सल प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर वहां की स्थिति का जायजा लिया.
संथाल परगना प्रमंडल के तीन जिलों की सीमा से मिलने वाले अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र सुंदरपहाड़ी प्रखंड के सुसनी व डमरू पुलिस पिकेट का निरीक्षण एसपी वाई एस रमेश ने किया.
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इस दौरान उन्होंने पिकेट में तैनात जवान व अधिकारियो को आवश्यक दिशा निर्देश दिया. गौरतलब हो कि इन क्षेत्रों नक्सलियों की गतिविधि की सूचना आये दिन आती रहती है. इन इलाकों में पहले भी नक्सली वारदात हो चुकी हैं. इसकी भौगोलिक संरचना दुरुह है जो दुर्गम पहाड़ियों व गहरी घाटी से पटी पड़ी है.
इतना ही नहीं दुमका, पाकुड़ और गोड्डा तीनों जिले की सीमा इस क्षेत्र में मिलती हैं और दिलचस्प है कि वर्तमान एसपी वाई एस रमेश इन तीनो जिले में रह चुके हैं.
ऐसे में एक रणनीति के तहत पुलिस के मूवमेंट व लगातार गश्ती के निर्देश दिए गए, जिससे नक्सली गतिविधि पर पूर्ण अंकुश लगाया जा सके. जाहिर है क्षेत्र में नक्सली पैर न जमा सकें, इसके लिए पुलिस कप्तान संवेदनशील है और ऐसी सतर्कता क्षेत्र मे शांति के जरूरी भी है.