गोड्डाः कोरोना काल के दुष्प्रभावों से सभी वर्गों के लोगों के कामकाज पर असर पड़ा है. नाई समाज भी इसमें शामिल है. इससे परेशान नाई समाज के लोगों ने सरकार से मांग की है कि उन्हें मुआवजा दिया जाए. उनका कहना है कि इस व्यवसाय से जुड़े लोग गरीब समाज से आते हैं. कोरोना के कारण कामकाज ठप है, बाल नहीं काटेंगे तो खाएंगे क्या. कहां से बिजली का बिल देंगे, बच्चों के स्कूल की फीस और रूम का भाड़ा भी जुटाना मुश्किल हो गया है.
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इस समस्या को लेकर नाई समाज के 100 से अधिक लोग प्रशासन के पास पहुंचे और ज्ञापन सौंपकर सरकार से मदद की गुहार लगाई. समाज के लोगों ने प्रशासन को बताया कि कोरोना काल में लॉकडाउन के कारण नाई समाज पर सबसे अधिक मार पड़ी है. लोगों ने कहा कि उनका कामकाज ठप है और इस व्यवसाय में ज्यादातर गरीबों के जुड़े होने से उनके सामने भुखमरी की नौबत आ गई है. उन्हाेंने कहा कि वे लोग अपना छोटा मोटा व्यवसाय फुटपाथ अथवा दुकान खोलकर चलाते हैं, लेकिन लॉकडाउन में सुरक्षा वजहों से सैलून बंद रखे गए हैं. अब इनके संचालकों के सामने भुखमरी की नौबत आ गई है. 3 महीने से व्यवसाय पूरी तरह बंद है. भाड़ा, स्कूल फीस, बिजली बिल सब लग रहा है. ऐसे में वे लोग परेशान हैं. उन्हाेंने मांग की कि राज्य के मुखिया और केंद्र सरकार उनकी सुध ले.