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मुखिया को रिश्वत नहीं दिया तो स्वीकृत आवास किसी और को कर दिया आवंटित, जांच का मिला भरोसा

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Published : Jan 14, 2020, 11:27 PM IST

गोड्डा के बसंतराय प्रखंड के कैथिया में मुखिया ने 10 हजार घूस नहीं मिलने पर स्वीकृत आवास को कर दिया दूसरे के नाम से आवंटित, अब असली लाभुक लगा रहे डीसी आवास के चक्कर.

Scam in housing scheme in Godda, scam in Pradhan Mantri Awas Yojana, mukhiya asked for bribe in godda, गोड्डा में आवास योजना में घोटाला, प्रधानमंत्री आवास योजना में घोटाला, मुखिया ने मांगी घूस
पीड़ित

गोड्डा: जिले के बसंतराय प्रखंड के कैथिया गांव में मो सलीम के नाम से एक आवास स्वीकृत हुआ. लेकिन जब आवास देने की बारी आई तो मुखिया ने 10 हजार की मांग कर दी. पैसा नहीं दे पाने पर मो सलीम का बेटा किसी दूसरे राज्य रोजी रोटी की तलाश में चला गया, लेकिन जब वापस लौटा तो उसने तहकीकात की तो मुखिया ने कहा उसका नाम कट गया है.

जानकारी देते पीड़ित और बीडीओ

मुखिया ने दूसरे के नाम से आवास कर दिया आवंटित
वहीं, इसकी जानकारी के लिए सलीम पंचायत समिति सदस्य के पास गया. जहां उसे बताया गया कि उसके नाम से तो प्रधानमंत्री आवास बन गया है. इस बाबत जब जांच की गई तो जो बात सामने आई वो चौंकाने वाली थी.

बीडीओ से शिकायत
सलीम मुखिया को रिश्वत नहीं दे सका तो एक अन्य व्यक्ति को आवास दे दिया गया और आवास बन भी गया. इस गड़बड़झाला की बात जब मुखिया को बताई गयी तो मुखिया को सांप सूंघ गया. पीड़ित ने इसकी शिकायत बीडीओ शेखर कुमार से की है.

ये भी पढ़ें- बस ने दूसरी बस को मारी भीषण टक्कर, 24 से ज्यादा यात्री जख्मी

कार्रवाई की जाएगी
बीडीओ शेखर कुमार ने कहा कि उनके संज्ञान में भी है. जांच के लिए कमेटी गठित कर आदेश दे दिया है. रिपोर्ट आने पर उचित कार्रवाई की जाएगी.

गोड्डा: जिले के बसंतराय प्रखंड के कैथिया गांव में मो सलीम के नाम से एक आवास स्वीकृत हुआ. लेकिन जब आवास देने की बारी आई तो मुखिया ने 10 हजार की मांग कर दी. पैसा नहीं दे पाने पर मो सलीम का बेटा किसी दूसरे राज्य रोजी रोटी की तलाश में चला गया, लेकिन जब वापस लौटा तो उसने तहकीकात की तो मुखिया ने कहा उसका नाम कट गया है.

जानकारी देते पीड़ित और बीडीओ

मुखिया ने दूसरे के नाम से आवास कर दिया आवंटित
वहीं, इसकी जानकारी के लिए सलीम पंचायत समिति सदस्य के पास गया. जहां उसे बताया गया कि उसके नाम से तो प्रधानमंत्री आवास बन गया है. इस बाबत जब जांच की गई तो जो बात सामने आई वो चौंकाने वाली थी.

बीडीओ से शिकायत
सलीम मुखिया को रिश्वत नहीं दे सका तो एक अन्य व्यक्ति को आवास दे दिया गया और आवास बन भी गया. इस गड़बड़झाला की बात जब मुखिया को बताई गयी तो मुखिया को सांप सूंघ गया. पीड़ित ने इसकी शिकायत बीडीओ शेखर कुमार से की है.

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कार्रवाई की जाएगी
बीडीओ शेखर कुमार ने कहा कि उनके संज्ञान में भी है. जांच के लिए कमेटी गठित कर आदेश दे दिया है. रिपोर्ट आने पर उचित कार्रवाई की जाएगी.

Intro:गोड्डा के बसन्तर्राय प्रखंड के कैथिया में स्वीकृत आवास को कर दिया आवंटित,अब असली लाभुक लगा रहे डीसी आवास के चक्कर।महज दस हज़ार के लिए हुए ये सब गड़बड़ झाला।Body:गोड्डा के बसंतराय प्रखंड में प्रधानमंत्री आवास में गड़बड़ झाला की सामबे आयी है।जहाँ मुखिया ने रिश्वत नही देने पर एक स्वीकृत आवास किसी दूसरे को दे दिया।जानिए कैसे हुआ ये हेराफेरी का खेल।
गोड्डा जिले के बसंतराय प्रखंड के कैथिया गांव में मो सलीम पिता मो मकबूल के नाम से एक आवास स्वीकृत हुआ।लेकिन जब आवास देने की बारी आई तो मुखहिया ने 10हज़ार की मांग की। सो पैसा नही दे पाने पर मो सलीम का बेटा किसी दूसरे राज्य रोजी रोटी की तलाश में चल गया।लेकिन जब वापस लौटा तो उसने तहकीकात की तो मुखिया जी ने कहा कि तुम्हारा नाम कट गया है।लेकिन इसकी तसल्ली के लिए वह पंचायत समिति सदस्य के पास गया।जहाँ उसे बताया गया कि उसके नाम से तो प्रधानमंत्री आवास बन गया है।इस बावत जब तहकीकात और ज्यादा की तो बात सामने आया वो चौकाने वाला था।दर असल मो सलीम पिता मक़बूल के नाम से आवास स्वीकृत हुई।लेकिन वह मुखहिया को रिश्वत नही दे सका तो इसी मो सलीम नाम के एक अन्य व्यक्ति मो सलीम पिता मो तजल्ली को आवास दे दिया गया और आवास बन भी गया।इस गड़बड़झाला की बात जब मुखिया को दी गयी और बताया गया तो मुखिया को साँप सूंघ गया।मो सलीम के पुत्र ने इसकी शिकायत bdo शेखर कुमार से की तो ,उन्होंने कहा की उनके संज्ञान में भी है।जांच के लिए कमिटी गठित कर आदेश दे दिया है।रिपोर्ट आने पर उचित कारवाई की बात कही।
Bt-मो मुर्शिद-पीड़ित व्यक्ति
Bt-शेखर कुमार-bdo,बसंतरायConclusion:सवाल की जब प्रधानमंत्री के नाम और चलनेवाली योजना का ये हाल है तो आम योजनाओ की स्थिति का सहज अंदाज़ा लगाया जा सकता है।
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