गोड्डाः शहर में महिला सशक्तिकरण का एक उदाहरण सामने आया है. यहां फूलो झानो सक्षम सखी मंडल ने महिलाओं को सशक्त बनाने का बीड़ा उठाया है.
संस्था के सदस्यों की लगन व मेहनत ने सैकड़ों घरों में खुशियां लायी हैं. गोड्डा जिले के चार केंद्र पर महिलाएं स्कूली ड्रेस, स्कूली स्वेटर, मास्क और एप्रेन बनाकर पूरे जिले में उपलब्ध करा रही हैं.
इनके बनाये कपड़े ही स्कूलों को आपूर्ति हो रहे हैं जो पूर्व में बाजार से खरीद कर उपलब्ध कराए जाते थे. इस कारण घटिया गुणवत्ता के साथ कमीशन खोरी होती थी अब जहां इस पर अंकुश लगाकर महिलाओं को रोजगार के बड़े अवसर मिले हैं.
वैसे तो जिले में आजीविका सखी मंडल में पूरे जिले में 118 एसएचजी ग्रुप में कुल 1700 महिला सदस्य हैं, जिनमें 300 से ज्यादा महिलाएं इस सिलाई के कार्य में अलग अलग केंद्रों में लगी हैं.
2018 में शुरुआत की गई
2018 में इसकी शुरुआत की गई अब ये समूह पूरे जिले शत प्रतिशत स्कूलो में यूनिफार्म की आपूर्ति कर रही है. इतना ही नहीं इन्हें आप पूरे संथाल परगना के सभी छह जिलो से आर्डर मिल रहे हैं जो एक अनूठा उदाहरण हैं.
आर्डर के हिसाब से अब आजीविका मिशन से जुड़ी ज़िले में कुल 1700 महिलाएं है. इन्हें भी डिमांड के बढ़ते हिसाब से रोजगार देने हेतु समूह सक्रिय हैं.
इस कार्य में सीएसआर के अडानी फाउंडेशन द्वारा शुरुआती मदद भी की गई जिसमें सिलाई मशीन व कपड़ा आदि शामिल हैं. इस संस्था में जहां एक ओर घरेलू कामकाजी महिला शामिल हैं वहीं ऐसे भी स्कूल व कॉलेज छात्राएं है जो पढ़ाई से समय निकाल कर अपनी और अपने घरवालों की मदद करते हैं.
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इनकी मेहनत का ही नतीजा है कि इन सशक्त उद्यमी महिलाओं ने स्कूटी व बाइक भी खरीद कर आने घरवालों को दिया है जिससे उनके केंद्र तक आने में आसानी होती है.
गोड्डा जिला डीआरडीए के नीति आयोग प्रभारी कहते हैं कि इसकी शुरुआत 2018 में 118 समूह की महिलाओं को सिलाई ट्रेनिंग देकर की गई. इन्हें कटे हुए कपड़े की आपूर्ति देवघर से कराई जाती है.