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गोड्डाः आजादी के 73 साल बाद भी नहीं बदली तस्वीर, बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहे इस गांव के लोग - गोड्डा में बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहे लोग

गोड्डा जिला के पोड़ैयाहाट प्रखंड के पनधा गांव के ग्रामीणों को आजादी के 73 साल बाद भी मुख्य सड़क नहीं मिल पाई है. पनधा के ग्रामीण अभी भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं, जिसको लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश है.

No main road in Pondha village of Podaihat block of Godda
गांव की सड़क
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Published : Feb 19, 2020, 7:03 PM IST

गोड्डा: देश की आजादी को अब 73 साल हो चुके हैं. मगर आज भी ऐसे कई गांव हैं जहां बुनियादी जरूरतें भी लोगों को मयस्सर नहीं हैं. हम बात कर रहे हैं झारखंड राज्य के गोड्डा जिले के एक छोटे से गांव पनधा की, जहां करीबन 1500 की आबादी है.

देखें पूरी खबर

राज्य में कई बार सत्ता बदली, मंत्री बदले, मुख्यमंत्री बदले, विधायक बदले, मगर न बदली तो सिर्फ यहां के लोगों की परेशानियां और उनकी सरकारों से उनकी बुनियादी जरूरतों की मांग.

गांव में सड़क, बिजली, पानी सबसे अहम जरूरत है. मगर इन बुनियादी जरूरतों के लिए लोगों को काफी जद्दोजहद करना पड़ता है. बता दें कि इस गांव को अब तक मुख्य सड़क से नहीं जोड़ा गया है. जिसके कारण ग्रामीणों को कई किलोमीटर घूम कर शहर जाना पड़ता है.

ये भी देखें- बी-टाउन सेलेब्स पर चढ़ा बाला चैलेन्ज का खुमार, मजेदार मूव्स के साथ लग रहा कॉमेडी का तड़का

वहीं, इस पर पनधा गांव के ग्रामीणों का कहना है कि हमारे गांव से सटी हुई सिंहवाहिनी नदी है, जिस पर अगर पुल का निर्माण हो जाए तो हमें जिला से आने जाने में और हमारे बच्चे को हाई स्कूल आने जाने में काफी सहायता मिलेगी, पर अभी तक पुल का निर्माण नहीं होने से बरसात के दिनों गांव के बच्चों को विद्यालय जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. जिससे कि वह प्रतिदिन स्कूल नहीं जा पाते और हमारे गांव के बच्चों की पढ़ाई छूट जाती है.

लोगों का कहना है कि कई सरकार आई और गई, लेकिन इस गांव की सुध लेने वाला, अब तक कोई नहीं हुआ. कई बार जनप्रतिनिधि को इस बारे में बताया भी गया है, लेकिन अब तक इसका कोई निदान नहीं हो पाया है.

ये भी देखें- मोहन भागवत आज आएंगे रांची, बिहार-झारखंड के आरएसएस कार्यकर्ताओं का होगा जुटान

वहीं, बगल में सिंहवाहिनी मंदिर के पास एक पुल है, जिससे कि हम लोग फिलहाल आते-जाते हैं, लेकिन बरसात के मौसम में यहां से भी जाना संभव नहीं हो पाता है, क्योंकि गांव जाने के लिए पुल से गांव तक की दूरी लगभग 1 किलोमीटर है. इस दरमियान में कई जगह नदी कटी हुई है, जिसके कारण बरसात में दिक्कतें होती हैं.

गोड्डा: देश की आजादी को अब 73 साल हो चुके हैं. मगर आज भी ऐसे कई गांव हैं जहां बुनियादी जरूरतें भी लोगों को मयस्सर नहीं हैं. हम बात कर रहे हैं झारखंड राज्य के गोड्डा जिले के एक छोटे से गांव पनधा की, जहां करीबन 1500 की आबादी है.

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वहीं, इस पर पनधा गांव के ग्रामीणों का कहना है कि हमारे गांव से सटी हुई सिंहवाहिनी नदी है, जिस पर अगर पुल का निर्माण हो जाए तो हमें जिला से आने जाने में और हमारे बच्चे को हाई स्कूल आने जाने में काफी सहायता मिलेगी, पर अभी तक पुल का निर्माण नहीं होने से बरसात के दिनों गांव के बच्चों को विद्यालय जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. जिससे कि वह प्रतिदिन स्कूल नहीं जा पाते और हमारे गांव के बच्चों की पढ़ाई छूट जाती है.

लोगों का कहना है कि कई सरकार आई और गई, लेकिन इस गांव की सुध लेने वाला, अब तक कोई नहीं हुआ. कई बार जनप्रतिनिधि को इस बारे में बताया भी गया है, लेकिन अब तक इसका कोई निदान नहीं हो पाया है.

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