गोड्डा: जिले के बेलारी गांव के रहने वाले एक मजदूर की मौत गुजरात में हो गई थी. उसका शव घर पहुंचने के बाद उसकी मां ने ही मुखाग्नि दी, क्योंकि उसके घर में कोई पुरुष नहीं है. उसके घर की आर्थिक स्थिति भी काफी दयनीय है.
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बिमला देवी का इकलौता बेटा दो जून को कमाने गुजरात गया था, लेकिन वहां किसी कारण से उसकी मौत हो गई. काफी मशक्कत के बाद शव को वापस गोड्डा लाया गया. शेखर की दो छोटी बेटी है. घर में कोई पुरुष सदस्य नहीं है, जिसके कारण उसकी मां ने कलेजे पर पत्थर रख कर मुखाग्नि दी. हर मां की इच्छा होती है उन्हें उनका बेटा ही मृत्यु के बाद मुखाग्नि दे.
स्थानीय लोगों ने उपलब्ध कराई अनाज
शेखर के घर की माली हालत काफी खराब है. कमाने वाला एक मात्र शेखर ही था, जो अब इस दुनिया में नहीं रहा. उसके परिवार को किसी तरह की कोई मदद नहीं मिली है. सरकारी अमला या जनप्रतिनिधियों ने अब तक सुध नहीं ली है. स्थानीय लोगों ने कुछ अनाज उपलब्ध कराए गए हैं.