गोड्डा: जिले के नगर भवन में सोमवार को सामाजिक सरोकार और पत्रकारिता को लेकर वार्तालाप कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें जिले भर के कस्बाई पत्रकार समेत जिले के सभी पत्रकार मौजूद रहे. इस दौरान जिले के कई वरिष्ठ पत्रकारों को सम्मानित किया गया.
प्रशासन और पत्रकारिता के बीच समन्वय स्थापित करने और सामाजिक सरोकार से जुड़ी योजनाओं को जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाने के उद्देश्य से जिले के नगर भवन में सोमवार को वार्तालाप शीर्षक के साथ मीडिया वर्कशॉप का आयोजन किया गया. कार्यशाला का आयोजन पत्र सूचना कार्यालय और जनसंपर्क विभाग रांची के तत्वाधान में किया गया था. इस दौरान विभिन्न पत्र-पत्रिका और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े लोगों ने अपना विचार रखा. पत्रकार नीरव किशोर ने कहा कि हम किसी आम आदमी की मजबूरी उसकी पीड़ा को दिखाते हैं, तो इसका कतई उद्देश्य ये नहीं है कि हम सरकार और प्रशासन की आलोचना कर रहे हैं, बल्कि हम समाज का आईना बन कर सत्य से प्रशासनिक अधिकारियों को रु-ब-रु कराते हैं. ताकि इसका इलाज हो सके. लेकिन कई बार ऐसा करने से अधिकारी नाराज भी हो जाते हैं.
पत्रकार समाज का आईना होते हैं
वहीं, पत्रकार दिलीप झा ने कहा कि हम पत्रकारिता के माध्यम से जमीनी हकीकत को दिखाते हैं, जो कागजी आंकड़ों से मेल नहीं खाता है. इस दौरान उन्होंने पत्रकारों की आर्थिक परेशानियों पर भी प्रकाश डालते हुए कहा कि कस्बाई पत्रकार को किस तरह से परेशानी होती है, ये आप सब बेहतर जानते होंगे. कार्यशाला में आए जिले के एक वरिष्ठ और वृद्ध पत्रकार नंदलाल परशुराम ने इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन से प्रेस और प्रशासन के बीच सामंजस्य बढ़ता है. इन्होंने कहा कि हम पत्रकार समाज के आईना हैं, जिसको ध्यान में रखते हुए समाजिक मुद्दों को उठाना हमारा कर्तव्य है.
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कार्यशाला में पहुंचे सूचना और जनसंपर्क विभाग के उपनिदेशक मो. मेराजुद्दीन ने कहा कि सेंसेशन की पत्रकारिता सिर्फ नहीं होनी चाहिए. इससे गांव और सुदूर की खबरें छूट जाती हैं. जो पत्रकारिता का भाग नहीं है. वहीं, जिला प्रशासन की ओर से पहुंचे विभागीय अधिकारी औपचारिकता निभाते हुए कार्यशाला के बीच में ही चले गए.