ETV Bharat / state

पहले विवादित बोल, फिर आरोप और अब मारी पलटी! हेमलाल मुर्मू ने बजरंग बली पर दिए बयान पर पेश की सफाई, कहा- अपमान करना मकसद नहीं

पहले विवादित बयान देकर सुर्खियों में आए झामुमो नेता हेमलाल मुर्मू ने अब इसपर सफाई पेश की है. उन्होंने कहा कि हिंदू देवी देवताओं का अपमान करना उनका मकसद नहीं था. उन्होंने कहा कि वे सभी का सम्मान करते हैं.

controversial statement on Lord bajrang bali
controversial statement on Lord bajrang bali
author img

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Sep 17, 2023, 7:34 PM IST

Updated : Sep 17, 2023, 9:24 PM IST

अपने बयान पर सफाई देते जेएमएम नेता हेमलाल मुर्मू

गोड्डा: झामुमो नेता हेमलाल मुर्मू इन दिनों अपने बयान को लेकर छाए हुए हैं. गोड्डा जिले के बोआरीजोर में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए हेमलाल मुर्मू हिंदू भगवान को लेकर कुछ ऐसी बात बोल गए, जिसकी अब वे सफाई दे रहे हैं. लेकिन सफाई देने से पहले उन्होंने उनके विवादित बयान को प्रकाशित करने पर ईटीवी भारत को ही कटघरे में खड़ा कर दिया. उनका कहना था कि उन्होंने ऐसा कुछ भी नहीं कहा है, उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर दिखाया गया है. लेकिन ईटीवी भारत पर आरोप लगाने के कुछ देर बाद ही उन्होंने एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया. जिसमें उन्होंने अपने बयान को लेकर सभी के सामने सफाई पेश की और कहा कि उनका मकसद हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करना बिल्कुल नहीं था.

यह भी पढ़ें: झामुमो नेता हेमलाल मुर्मू का विवादित बयान, बजरंगबली की मूर्ति हटाने के लिए एसडीओ को दिया अल्टीमेटम

क्या है पूरा मामला: दरअसल, शनिवार को गोड्डा जिले के बोआरीजोर में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए झामुमो नेता हेमलाल मुर्मू ने भगवान बजरंग बली को लेकर अशोभनीय शब्दों का प्रयोग किया था. जिसमें उन्होंने भगवान बजरंग बली की तुलना एक भूमि अधिग्रहण अधिकारी के रूप में की. साथ ही उन्हें आदिवासियों की जमीन हड़पने वाला बताया. इसके साथ ही उन्होंने कुछ अशोभनीय शब्दों का प्रयोग भी किया. उन्होंने कहा कि आदिवासियों की जमीन लूटी जा रही है. राजमहल के तालझारी में तीन सौ एकड़ जमीन रिफ्यूजी को बंदोबस्त कर दी गई. साथ ही उस जमीन पर लैंड एक्यूजिशन ऑफिसर को खड़ा कर दिया. उन्होंने कार्यकर्ता से पूछा कि जानते हैं ना ये पदाधिकारी कौन हैं.. अरे बजरंगबली. उन्होंने कहा कि वो बजरंगबली को लैंड एक्यूजिशन ऑफिसर बोलते हैं. हेमलाल मुर्मू ने अपने भाषण में बताया कि उन्होंने उस जमीन पर से मूर्ति हटाने को कहा है. अगर मूर्ति नहीं हटाया तो आदिवासी तीर-धनुष लेकर आएंगे.

शनिवार को बोआरीजोर में दिया गया जेएमएम नेता हेमलाल मुर्मू

अपने बयान से मुकरे और मीडिया पर लगाए आरोप: जब उनके इस बयान को प्रकाशित किया गया. तब वे अपने बयान से मुकर गए और कहने लगे कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं कहा. उनके बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है. झामुमो नेता हेमलाल मुर्मु ने कहा कि उन्होंने भगवान बजरंग बली के विरुद्ध कोई ऐसा वैसा बयान नहीं दिया है, जिसमें उनकी मूर्ति हटाने और आदिवासियों की भीड़ द्वारा तीर चलाये जाने की बात कही गयी है. उन्होंने मीडिया पर उनके भाषण को गलत तरीके से पेश करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि ईटीवी भारत ने उनके भाषण को गलत तरीके से पेश किया है. इसका संशोधन होना चाहिए. हेमलाल मुर्मू ने कहा कि बोआरीजोर कार्यकर्ता सम्मेलन में उन्होंने कोई विवादित बयान नहीं दिया है.

मीडिया पर आरोप और अपने विवादित बयान से मुकरे जेएमएम नेता हेमलाल मुर्मू

अपने बयान पर दी सफाई: अपने बयान से मुकरने के बाद झामुमो नेता हेमलाल मुर्मू ने भगवान बजरंग बली को लेकर दिए गए अपने विवादित बयान पर सफाई दी है. हेमलाल मुर्मु ने कहा कि उनका मकसद हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करना बिल्कुल नहीं था. उन्होंने कहा कि तालझारी में 300 एकड़ जमीन का मामला है, जो हाई कोर्ट में लंबित है. लेकिन उस जमीन पर रातों रात बजरंग बली की मूर्ति लगा दी गयी. जिसे बाद में उपायुक्त के द्वारा हटवाया गया. लेकिन दोबारा रातों रात मूर्ति फिर से लगा दी गयी. इस जमीन को रिफ्यूजी बांग्लादेशी लोगों को बंदोबस्त कर दिया गया. उन्होंने कहा कि ऐसे में देवी देवताओं का इस तरह के मामलों में इस्तेमाल उनका अपमान है. इस तरह की चीजों से बचना चाहिए. उन्होंने कहा कि वे सभी पूजा पाठ का हिस्सा बनते हैं. इसलिए देवी-देवताओं का सम्मान करना चाहिए. उनका अपमान करना बिल्कुल भी मकसद नहीं था. उन्होंने कहा कि देवी देवताओं की प्राण प्रतिष्ठा के साथ पूजा अर्चना करें, उन्हें रातों रात खड़ा ना करें.

अपने बयान पर सफाई देते जेएमएम नेता हेमलाल मुर्मू

गोड्डा: झामुमो नेता हेमलाल मुर्मू इन दिनों अपने बयान को लेकर छाए हुए हैं. गोड्डा जिले के बोआरीजोर में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए हेमलाल मुर्मू हिंदू भगवान को लेकर कुछ ऐसी बात बोल गए, जिसकी अब वे सफाई दे रहे हैं. लेकिन सफाई देने से पहले उन्होंने उनके विवादित बयान को प्रकाशित करने पर ईटीवी भारत को ही कटघरे में खड़ा कर दिया. उनका कहना था कि उन्होंने ऐसा कुछ भी नहीं कहा है, उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर दिखाया गया है. लेकिन ईटीवी भारत पर आरोप लगाने के कुछ देर बाद ही उन्होंने एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया. जिसमें उन्होंने अपने बयान को लेकर सभी के सामने सफाई पेश की और कहा कि उनका मकसद हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करना बिल्कुल नहीं था.

यह भी पढ़ें: झामुमो नेता हेमलाल मुर्मू का विवादित बयान, बजरंगबली की मूर्ति हटाने के लिए एसडीओ को दिया अल्टीमेटम

क्या है पूरा मामला: दरअसल, शनिवार को गोड्डा जिले के बोआरीजोर में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए झामुमो नेता हेमलाल मुर्मू ने भगवान बजरंग बली को लेकर अशोभनीय शब्दों का प्रयोग किया था. जिसमें उन्होंने भगवान बजरंग बली की तुलना एक भूमि अधिग्रहण अधिकारी के रूप में की. साथ ही उन्हें आदिवासियों की जमीन हड़पने वाला बताया. इसके साथ ही उन्होंने कुछ अशोभनीय शब्दों का प्रयोग भी किया. उन्होंने कहा कि आदिवासियों की जमीन लूटी जा रही है. राजमहल के तालझारी में तीन सौ एकड़ जमीन रिफ्यूजी को बंदोबस्त कर दी गई. साथ ही उस जमीन पर लैंड एक्यूजिशन ऑफिसर को खड़ा कर दिया. उन्होंने कार्यकर्ता से पूछा कि जानते हैं ना ये पदाधिकारी कौन हैं.. अरे बजरंगबली. उन्होंने कहा कि वो बजरंगबली को लैंड एक्यूजिशन ऑफिसर बोलते हैं. हेमलाल मुर्मू ने अपने भाषण में बताया कि उन्होंने उस जमीन पर से मूर्ति हटाने को कहा है. अगर मूर्ति नहीं हटाया तो आदिवासी तीर-धनुष लेकर आएंगे.

शनिवार को बोआरीजोर में दिया गया जेएमएम नेता हेमलाल मुर्मू

अपने बयान से मुकरे और मीडिया पर लगाए आरोप: जब उनके इस बयान को प्रकाशित किया गया. तब वे अपने बयान से मुकर गए और कहने लगे कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं कहा. उनके बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है. झामुमो नेता हेमलाल मुर्मु ने कहा कि उन्होंने भगवान बजरंग बली के विरुद्ध कोई ऐसा वैसा बयान नहीं दिया है, जिसमें उनकी मूर्ति हटाने और आदिवासियों की भीड़ द्वारा तीर चलाये जाने की बात कही गयी है. उन्होंने मीडिया पर उनके भाषण को गलत तरीके से पेश करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि ईटीवी भारत ने उनके भाषण को गलत तरीके से पेश किया है. इसका संशोधन होना चाहिए. हेमलाल मुर्मू ने कहा कि बोआरीजोर कार्यकर्ता सम्मेलन में उन्होंने कोई विवादित बयान नहीं दिया है.

मीडिया पर आरोप और अपने विवादित बयान से मुकरे जेएमएम नेता हेमलाल मुर्मू

अपने बयान पर दी सफाई: अपने बयान से मुकरने के बाद झामुमो नेता हेमलाल मुर्मू ने भगवान बजरंग बली को लेकर दिए गए अपने विवादित बयान पर सफाई दी है. हेमलाल मुर्मु ने कहा कि उनका मकसद हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करना बिल्कुल नहीं था. उन्होंने कहा कि तालझारी में 300 एकड़ जमीन का मामला है, जो हाई कोर्ट में लंबित है. लेकिन उस जमीन पर रातों रात बजरंग बली की मूर्ति लगा दी गयी. जिसे बाद में उपायुक्त के द्वारा हटवाया गया. लेकिन दोबारा रातों रात मूर्ति फिर से लगा दी गयी. इस जमीन को रिफ्यूजी बांग्लादेशी लोगों को बंदोबस्त कर दिया गया. उन्होंने कहा कि ऐसे में देवी देवताओं का इस तरह के मामलों में इस्तेमाल उनका अपमान है. इस तरह की चीजों से बचना चाहिए. उन्होंने कहा कि वे सभी पूजा पाठ का हिस्सा बनते हैं. इसलिए देवी-देवताओं का सम्मान करना चाहिए. उनका अपमान करना बिल्कुल भी मकसद नहीं था. उन्होंने कहा कि देवी देवताओं की प्राण प्रतिष्ठा के साथ पूजा अर्चना करें, उन्हें रातों रात खड़ा ना करें.

Last Updated : Sep 17, 2023, 9:24 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.