गोड्डा: जिले के मो अबुल कलाम आजाद इंटर कॉलेज बसंतराय के प्राचार्य डॉ नजीरुद्दीन की हत्या मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस ने बताया कि डॉ नजीरुद्दीन की हत्या कॉलेज विवाद के कारण की गई है और इसमें उनके भाई और परिजन शामिल हैं.
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बता दें कि प्राचार्य डॉ नजीरुद्दीन का गुरुवार देर शाम कोरियाना पूल के पास से अपहरण कर लिया गया था. इस बात की जानकारी उनके वाहन चालक ने दी थी. पुलिस रात भर भटकती रही, जिसके बाद सुबह प्राचार्य का शव मिला. इस मामले में गोड्डा एसडीपीओ आनंद मोहन सिंह खुद छापेमारी कर रहे थे. बावजूद अपराधी के चंगुल से पुलिस अपहृत को नहीं छुड़ा पायी. पुलिस को अपहरण स्थल से 20 किमी की दूरी पर डॉ नजीरुद्दीन का शव मिला है. जिसके बाद पुलिस जांच में जुटी हुई है.
सात लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया: मामले को लेकर पुलिस ने वाहन चेकिंग के दौरान नगर थाना गोड्डा में घटना में संलिप्त शाकिर और काले रंग की गाड़ी को पकड़ा है. पूछताछ में शाकिर ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है. साथ ही बताया कि डॉ नजीरुद्दीन का अपहरण और हत्या उन्होंने प्लानिंग के तहत की थी. जिसका संबंध कॉलेज विवाद से है, जिसमें उनके भाई और परिजनों की संलिप्तता है. इस घटना में संलिप्त मो शाकिर उर्फ चुन्ना, चालक अमन राज और कपिल दास को पुलिस ने हिरासत में लिया है. कुल 7 लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है.
क्या है कॉलेज विवाद: बता दें कि कॉलेज को आय का एक बड़ा जरिया माना जाता रहा है. इस कॉलेज में बड़े पैमाने पर नामांकन होता है, जिसमें एक ही परिवार का वर्चस्व है और अधिकांश स्टाफ इनके अपने या चहेते होते हैं, जहां मनमानी वसूली के आरोप भी लगते रहे हैं. पहले भी कॉलेज में प्राचार्य पद को लेकर विवाद होता रहा है, जिसमें परिवार के बीच आपस मे कई दफा लड़ाई झगड़ा भी हुआ. लेकिन बाद में फिर आपसी समझौते से बात बन गई थी. +