गोड्डा: बांग्लादेश के विजय दिवस के दिन गोड्डा अडानी पावर प्लांट से उत्पादित बिजली से पूरा देश रोशन होगा (Adani Power Plant will Provide Electricity to Bangladesh). गोड्डा के अडानी पावर प्लांट (Godda Adani Power Plant) को लेकर लोकसभा में दुमका सांसद सुनील सोरेन ने अपनी बात रखी है. कुल उत्पादन का 25 प्रतिशत बिजली झारखंड को मिलना है. लेकिन उसमे पेंच है कि गोड्डा को क्या मिलेगा. क्योंकि गोड्डा में पावर कट आम बात है.
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16 दिसंबर से बांग्लादेश को बिजली आपूर्ति शुरू: जहां तक गोड्डा अडानी पावर प्लांट की बात है तो बता दें कि जानकारी के अनुसार 16 दिसंबर से अडानी पावर प्लांट बंग्लादेश को बिजली आपूर्ति शुरू कर देगा. 16 दिसंबर की तारीख का चयन इसलिए किया गया है क्योंकि इसी दिन बंग्लादेश विजय दिवस मनाएगा. गोड्डा की बिजली से बंग्लादेश रोशन होगा. इसे लेकर ट्रायल हो चुका है. ट्रायल का मतलब है कि इस बात की ताकीद कर लेना की बंग्लादेश की सीमा तक तार के माध्यम से उत्पादित बिजली पहुंच रही है या नहीं. अब तक की जानकारी के मुताबिक ये ट्रायल सफल हो चुका है. इसी वजह से गोड्डा के लोगों ने तेज आवाज और धुएं का गुबार देखा. जिसकी आलोचना भी हुई थी.
1600 की जगह 800 मेगावाट बिजली उत्पादन: जानकारी के मुताबिक प्लांट को 1600 मेगावाट बिजली उत्पादन करना है. लेकिन फिलहाल 800 मेगावाट ही उत्पादन शुरू हो रहा है. इसे लेकर बड़े कार्यक्रम की चर्चाएं थी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या गृह मंत्री अमित शाह के आने की चर्चा थी. लेकिन ऐसी कोइ हलचल नहीं है. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि जब 1600 मेगावाट बिजली उत्पादन शुरू होगा उस वक्त कोई बड़ा नेता गोड्डा आए.
गौतम अडानी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री में बातचीत: पिछले सितंबर माह में गौतम अडानी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के बीच नई दिल्ली में उच्चस्तरीय वार्ता में बिजली आपूर्ति की तारीख संभवतः तय हुई थी. बताते चले की कुल उत्पादन का 25 प्रतिशत बिजली झारखंड को मिलना है. लेकिन उसमे पेंच है कि वो अन्य श्रोतों से बिजली उत्पादित कर अडानी झारखंड को देगी. इसमें स्थानीय स्तर पर चर्चा ये भी है कि गोड्डा को क्या मिलेगा? क्योंकि पहले भी गोड्डा से बिहार के कहलगांव और पश्चिम बंगाल के एनटीपीसी फरक्का को कोयला आपूर्ति होती है. बावजूद गोड्डा में पावर कट आम बात है.
इसके अलावा गोड्डा में स्थानीय लोगों को नौकरी भी एक बड़ी मांग है. इसे लेकर गोड्डा के दो कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव और दीपिका पांडे सिंह मुखर रहे है और आंदोलन को चेतावनी भी दे रखे है.
इधर, सोमवार को दुमका सांसद सुनील सोरेन के बाद हजारीबाग सांसद जयंत सिन्हा ने भी हैंडलूम में स्थानीय लोगों को रोजगार देने का मामला लोकसभा में उठाया.