गोड्डाः संथाल की तीन लोकसभा सीटों में से मात्र यही सीट है जिस पर बीजेपी काबिज है. मौजूदा राजनीतिक माहौल में भी यह सभी दलों के लिए हॉट केक बनी हुई है. महागठबंधन में भी इसी सीट को लेकर पेंच फंसा था. हालांकि अभी तक आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन जो बातें सामने आ रही है, उससे तय है कि प्रदीप यादव महागठबंधन के उम्मीदवार होंगे. जो मौजूदा सांसद निशिकांत दुबे को चुनौती देंगे.
गोड्डा की राजनीति में दोनों हो दिग्गज अपने लंबे अनुभव के कारण माहिर खिलाड़ी बन चुके हैं. जहां निशिकांत दुबे दो चुनाव लगातार जीत चुके हैं. दस सालों से सांसद हैं तो प्रदीप यादव चार बार पोड़ैयाहाट से विधायक और एक बार उपचुनाव जीत दो साल तक सांसद भी रह चुके हैं. और तो और दोनों की पृष्ठभूमि भाजपा की ही रही है. प्रदीप यादव बाद में पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के झारखंड विकास मोर्चा के साथ हो लिए थे.
दोनों चुनावी अखाड़े में कमर कस चुके हैं. जीत के लिए दावे प्रति दावे भी खूब कर रहे हैं. जहा प्रदीप यादव कहते हैं कि वे क्षेत्र की आम जनता के लिए कभी बेटा तो कभी नेता के रूप काम करते रहते हैं. वहीं सभी जाति, संप्रदाय, युवा और किसान के लिए भी आवाज उठाते रहे हैं. इसी के दम पर वो चुनाव मैदान में उतर रहे हैं.
वहीं, मौजूदा सांसद निशिकांत दुबे को अपने काम पर भरोसा है. वे कहते हैं कि उन्होंने कहा था कि अगर विकास किया तो जनता के बीच आऊंगा. और फिर दस साल के काम रेल, एम्स, हवाई अड्डा जैसी उपलब्धियों को गिनाकर जनता के बीच जाने की बात कहते हैं.
अभी आधिकारिक रूप से टिकटों की घोषणा नहीं हुई है. लेकिन राजनीतिक गलियारों से जो बातें निकलकर सामने आ रही हैं, उससे स्पष्ट है कि 2019 में मुकाबला दिलचस्प होगा.