गोड्डा: जिले में चिकित्सक विजय कृष्ण श्रीवास्तव के मौत को लेकर जिले के सभी चिकित्सकों और डीएमएफटी के संविदा कर्मियों ने उपायुक्त से मिलकर अपनी मांगें रखी. इसके साथ ही जिला प्रशासन की लापरवाही और उसकी कार्यशैली पर आपत्ति जताई.
गोड्डा जिला के आईएमए से जुड़े चिकित्सक और डीएमएफटी के स्वास्थकर्मियों ने पिछले दिन हुए चिकित्सक विजय कृष्ण श्रीवास्तव की मौत के लिए उनकी आर्थिक तंगी को जिम्मेवार बताया था. मृतक की पत्नी ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा था कि पिछले सात माह से उन्हें वेतन नहीं मिला था. जिस कारण उसके घर की माली स्थिति खराब हो गई थी और दुकानदार राशन तक नहीं दे रहे थे. दूध का बकाया था, तीन बच्चे थे उनकी स्कूल फी की समस्या थी. इस कारण आपस मे कलह होते रहता था. पिछले सात माह डीएमएफटी के तहत सभी 96 कर्मियों का वेतन रोक दिया गया था. जिसमें 24 चिकित्सक शेष नर्सिंग स्टाफ थे. इस बात को लेकर राज्य स्तर पर चर्चाएं हो रही है और कई तरह के जांच की भी मांग उठ रही है.
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इसी कड़ी में चिकित्सकों ने उपायुक्त से मुलाकात कर पीड़ित परिवार के साथ अन्य डीएमएफटी कर्मियों के बकाया भुगतान की मांग की. जिस पर उपायुक्त ने सहमति जताई. इसके साथ ही चिकित्सक के मौत पर दुख जताया. वहीं, नियमानुकूल डीएमएफटी में अनुकंपा के तहत पत्नी को नॉकरी के लिए प्रयास का आश्वासन भी मिला. चिकित्सक की पत्नी सुजाता नर्स है और आर्थिक तंगी के कारण निजी नर्सिंग होम में फिलहाल काम कर रही है.